तो इसलिए रविवार होता है छुट्टीवाला दिन
- - Advertisement - -
दुनिया के अधिकतर लोगों को हफ्ते में एक ही दिन सुकून मिलता है। ये दिन होता है रविवार का। इसी दिन उन्हें अपने काम से फुरसत मिलती है और वे पूरा दिन अपने बाकी के काम को निपटाने में लगा देते है। रविवार का दिन कई लोगों के लिए काफी आरामदायक भी होता है पूरे दिन आराम करना और इंजॉय करना इनके नसीब में होता है।
हमारे देश में या कई और देशों में रविवार के दिन ही छुट्टी दी जाती है। क्या आपको पता हैं कि भारत में रविवार को ही क्यों छुट्टी दी जाती है, ये छुट्टी कब से चली आ रही है और क्यों दी जाती है। शायद आप इस बात से अंजान हो लेकिन हम आपको बताएंगे कि रविवार को ही क्यें ऑफिस से या अन्य कार्यालयों पर कर्मचारियों को छुट्टी दी जाती है।
रविवार की छुट्टी के कारण जानने से पहले जरा हम इस बात पर नज़र डाल ले कि हमारा सन्डे यानि रविवार पहले से कितना बदल चुका है। अगर बात करें आज से 16 साल पहले यानी की 90 के दशकों की तो इन रविवार के दिनों में सुबह-सुबह घरों में नाश्ते में पोहे बना करते थे जिन्हें चित्रहार के साथ देखते हुए खाया जाता था।
आज के जमाने में संडे को देर से उठना और फिर अपने दिन की शुरूआत करना आम बात हो गई है। संडे आजकल हमारे लिए आम दिनों की तरह ही हो गया है। संडे के दिन आमतौर पर आजकल हम कहीं घूमने निकल जाते है या कही बाहर खाना-खाने चले जाते है। खैर पिछले सोलह सालों में दुनिया काफी आगे बड़ चुकी है।
चलिए अब आपको बताते है कि आखिर रविवार को ही छुट्टी क्यों होती है। दरअसल रविवार की छुट्टी के पीछे काफी सारे फैक्ट है जो हम आपको यहां बताने जा रहे है। रविवार का दिन दुनियाभर में आराम का दिन माना जाता है और अधिकांश कार्यालयों में इस दिन अवकाश होता है।
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार सप्ताह की शुरूआत रविवार से होती है और हिंदी पंचांग के अनुसार रविवार को सूर्य का दिन है इस दिन सूर्य सहित सभी देवी-देवताओं की आराधना का विधान है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि रविवार सप्ताह का पहला दिन होता है और इस दिन पूजा करने से पूरे सप्ताह मन शांत रहता है। सभी काम बिना किसी परेशानी के सफल हो जाते है। इस दिन सभी लोगों से धार्मिक कार्य आदि करने के उद्देश्य से ही रविवार को अवकाश घोषित किया गया ताकि व्यक्ति के दिमाग पर उसके वर्कलोड का दबाव न पड़े। नेक्स्ट पेज पर पढ़ें पूरी स्टोरी