संसद के शीतकालीन सत्र को शुरू हुए लगभग एक हफ्ता बीत चुका है लेकिन अब तक संसद में किसी भी मुद्दे पर स्पष्ट रूप से बात नहीं हो पाई है। सोमवार यानी कि आज भी विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया। जिसके चलते कई बार लोकसभा और राज्यसभा की कार्रवाही को स्थगित करना पड़ा। ग़ौरतलब है कि इससे पहले भी राज्यसभा में पिछले दो दिनों की कार्यवाही के दौरान सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया था। विपक्ष नोटबंदी को मुद्दा बनाकर लगातार मोदी सरकार को घेरने की कोशिश में लगा हुआ है। विपक्ष के इस तरह के व्यवहार का सीधा असर संसद की कार्रवाही पर पड़ रहा है।
पीएम मोदी को सदन में बुलाने पर अड़ा था विपक्ष
बहस के दौरान विपक्ष लगातार सदन में पीएम मोदी की उपस्थिति की मांग कर रहा था। जब पीएम मोदी सदन में नहीं आए तो बीएसपी प्रमुख मायावती ने उन पर सवाल खड़े कर दिए। एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए मायावती ने कहा, ”पीएम मोदी सदन में नहीं आए, दाल में कुछ नहीं, बहुत कुछ काला है।” इसके साथ ही मायावती ने मांग की कि नोटबंदी के बाद बैंकों की लाइन में लगने के दौरान जान गवाने वाले लोगों को भी श्रद्धांजली दी जानी चाहिए। मायावती के साथ ही कांग्रेस के गुलाब नबी आजाद की भी यही मांग थी। इसे लेकर विपक्ष लगातार पीएम मोदी के ख़िलाफ़ नारेबाजी करता रहा।
-इतना ही नहीं विपक्ष का कहना था कि 500 और 1000 के नोट बैन करने की ख़बर लीक की गई थी। इसी संबंध में विपक्ष दल ने संयुक्त संसदीय समिति से इस मामले की जांच करने की मांग भी की। विपक्ष के इसी हंगामे के चलते संसद के दोनों सदनों की कार्रवाही को स्थगित करना पड़ा। वहीं बीजेपी के सीनियर नेताओं ने पार्टी के सांसदों से नोटबंदी से आम जनता को होने वाले फायदों की जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की अपील की है।
विपक्ष पर सरकार का वार
विपक्ष के द्वारा किए गए हंगामे पर सरकार ने भी सख़्त शब्दों में जवाब दिया। सरकार की ओर से कहा गया कि यह कदम कालाधन, भ्रष्टाचार और जाली नोट के ख़िलाफ़ उठाया गया है और वह नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार है। सरकार की ओर से वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस मामले पर कहा कि विपक्ष चर्चा से भाग रहा है। हालांकि विपक्षी दल कार्यस्थगित करके चर्चा कराने की मांग पर अड़े रहे।
प्रभु बोले, पटना-इंदौर एक्सप्रेस हादसे की होगी जांच
विपक्ष के हंगामे के बीच रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने लोकसभा में एक अहम बयान दिया। रविवार को हुए ट्रेन हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए प्रभु ने कहा कि इस हादसे की फॉरेंसिक जांच होगी। इसके साथ ही प्रभु ने कहा कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी। ग़ौरतलब है कि रविवार को कानपुर से लगभग 60 किलोमीटर दूर पुखरायां में इंदौर से पटना जा रही दुर्घटनाग्रस्त हुई इंदौर-पटना एक्सप्रेस में अब तक मृतकों की संख्या 142 हो गई है। जबकि करीब 60 गंभीर रूप से घायल हैं और 150 लोगों को हल्की चोटें आई हैं।
खड़गे को महाजन ने कहा, आप टीवी पर दिखना चाहते हैं
सदन में जब मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर एक सवाल का जवाब दे रहे थे तभी आसन के समीप शोर शराबा करते कुछ सदस्य उनके सामने आए गए। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उनसे मंत्री के सामने नहीं आने को कहा, लेकिन सदस्य मंत्री के समक्ष नारेबाजी करते रहे। इस पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा, ”आप टीवी पर आना चाहते हैं तो जरूर आइए। मैं लोक सभा टीवी से आग्रह करती हूं कि वो इन्हें दिखाएं। पूरा हिन्दुस्तान देख ले।”
-सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ,”हम टीवी पर नहीं आना चाहते हैं। नोटबंदी के कारण जनता परेशान है, गरीब परेशान हैं, आम लोग परेशान हैं। हम इस पर चर्चा चाहते हैं। हम नियम 56 के तहत चर्चा चाहते हैं।” खड़गे ने आगे कहा कि, ”हमने नियम 56 के तहत कार्यस्थगन का नोटिस दिया है। सभी दल चाहते हैं कि इस पर कार्य स्थगित करके चर्चा करायी जाए।इस पर तत्काल चर्चा शुरू करायी जाए।”