जानिए अर्जुन की पत्नी ने क्यों रखा था कृष्ण के लिए करवा चौथ
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करवाचौथ का व्रत सुहाग और सौभाग्य का व्रत माना जाता है। इसलिए सुहागन स्त्रियां श्रद्धा और विश्वास के साथ यह व्रत रखती हैं। मान्यता है कि इससे पति की उम्र लंबी होती है और वैवाहिक जीवन में उसे कभी अपने पति से बिछड़ना नहीं पड़ता है। लेकिन परंपरा से एक कदम आगे बढ़कर आजकल कुंवारी लड़कियां भी अपने प्रेमी को पति रूप में पाने के लिए यह व्रत रखने लगी हैं। ज्योतिष शास्त्रियों की मानें तो इसमें कोई बुराई नहीं है। मंगेतर और प्रेमिका अपने प्रेमी की लंबी उम्र के लिए यह व्रत रख सकती है। यहां तक ही बहनें अपने भाई की लंबी उम्र और उनकी सलामती के लिए भी यह व्रत रख सकती हैं।
एक प्राचीन कथा में इसका उल्लेख भी है कि बहन अपने भाई के लिए करवाचौथ का व्रत रखती है। यह कथा भगवान श्री कृष्ण और द्रौपदी से संबंधित है। महाभारत युद्ध में सफलता के लिए अस्त्र-शस्त्र इकट्ठा करने अर्जुन तपस्या हेतु नीलगिरी पर्वत पर गए। काफी समय तक अर्जुन के नहीं लौटने पर द्रौपदी ने भगवान श्री कृष्ण को याद किया।
तब भगवान कृष्ण ने द्रौपदी को करवाचौथ व्रत करने की सलाह और विधि बतायी। द्रौपदी ने विधिवत रूप से करवाचौथ का व्रत रखा जिससे अर्जुन सकुशल तपस्या करके लौट आए। Next Page आगे पढ़िए …
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