अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो आए दिन कोई न कोई फर्जी खबर शेयर करते हैं, तो सावधान हो जाएं। क्योंकि ऐसा करने से आप अपने पेज पर होने वाली इंकम से हाथ धो बैठेंगे। जी हां, फेसबुक पर इन दिनों फेक न्यूज का ट्रेंड बहुत बढ़ गया है। इसलिए सोशल नेटवर्किंग कंपनी फेसबुक ने फर्जी खबरों और झूठी सूचनाओं पर लगाम कसने के मकसद से ऐसे पेज को प्रॉफिट कमाने के लिए विज्ञापन देना बंद करने का फैसला किया है, जो नियमित तौर पर फर्जी खबरें शेयर करते हैं। ‘टेकक्रंच’ वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जैसे ही किसी खबर को विवादित खबर के तौर पर चिह्नित किया जाएगा, तो उस खबर के लिंक को फेसबुक द्वारा दिए जाने वाले विज्ञापन मिलने बंद हो जाएंगे।
फेसबुक ने खबरों की सत्यता की जांच करने वाली ‘स्नोप्स’ और ‘एपी’ से हाथ मिलाया है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान चुनाव पर असर करने वाली फर्जी खबरें प्रसारित करने को लेकर आलोचना झेल चुके फेसबुक ने पिछले एक साल में इस दिशा में कई अहम कदम उठाए हैं।
फेसबुक के प्रोडक्ट डायरेक्टर रॉब लीथर्न ने कहा, ‘फेसबुक इससे तीन तरीके से निपटने की कोशिश कर रहा है। पहला फर्जी खबरें पोस्ट करने वालों का आर्थिक लाभ खत्म कर, दूसरा इस तरह की फर्जी खबरों के फैलने की गति धीमी कर और तीसरा इस तरह की फर्जी खबरें सामने आने पर व्यक्ति को उससे जुड़ी और खबरें/सूचनाएं प्रदान कर।’ फेसबुक का कहना है, अगर किसी पेज पर फर्जी खबरें शेयर करनी बंद कर दी जाती हैं, तो उसे फिर से विज्ञापन मिल सकते हैं।