साइकिल से तीस देशों का सफर तय किया 23 साल के जोनांथन ने
इसे किसी युवा का साहस कहें या फिर शौक लेकिन जो भी हो इस साहसी 23 साल के युवा ने जीवनभर की यात्रा को कुछ ही दिनों में पूरा किया। उसने न ट्रेन और न ही प्लेन बल्कि साइकिल से लंदन से दक्षिण पूर्व एशिया का सफर तय करने का निश्चय किया था, वो भी बिना थके और रूके। जोनांथन कांबस्कार बैनेट ने साइकिल से बीस हजार किमी का सफर तय किया।
ज्यादा बजट न होते हुए सफर के दौरान वे टैंट यहां तक की जमीन पर भी सोए। उनका मकसद एक रिकॉर्ड बनाना था, न कि लग्जरी ट्रेवल करना। इस दौरान उन्होंने फ्रांस, नीदरलैंड, बैल्जियम, नॉर्वे, जर्मनी, डेनमार्क, बुलगेरिया, रोमानिया, टर्की, सर्बिया, जॉर्जिया, ईरान, उजबेकिस्तान, तजाकिस्तान, वेतनाम, चाइना, ऑस्ट्रिया, स्लोवाकिया, रोमानिया, सर्बिया, लाउस और थाइलैंड का सफर किया।
जोनांथन को इससे पहले इतने लंबे सफर पर साइकिल चलाने और कैंपेनिंग करने का अनुभव नहीं था, बावजूद इसके उन्होंने अपने इस सफर को आसानी से अपने जिद के चलते पूरा किया। उनका कहना है कि सफर के दौरान कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन मैंने हार नहीं मानी। जहां जगह मिलती वहां सो जाता था, यहां तक की किसी रेस्टोरेंट में खाने पर खर्च करने के बजाए मैंने खुद खाना बनाया। मेरी जिन्दगी का ये सफर बहुत ही शानदार और जुनूनभरा है। हालांकि वे नहीं जानते कि आगे वे और ऐसे कितने एडवेंचर टूर करेंगे, लेकिन इस लंबे सफर के दौरान उन्होंने सभी जगहों का भरपूर मजा लिया , जो उन्हें इन सभी देशों ने ऑफर किया।