पंकजा मुंडे पर आरोप, पुजारी को दी खरीदने की धमकी
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महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे अब एक नये विवाद में फंसती नज़र आ रही हैं। पंकजा पर आरोप है कि उन्होंने दशहरा पर एक भाषण की अनुमति के लिए अहमदनगर जिले के भगवानगढ पहाड़ी मंदिर के पुजारी नामदेव शास्त्री को खरीदने की धमकी दी है। बता दें कि इस बात का खुलासा एक ऑडियो क्लिप के ज़रिए हुआ है। इस ऑडियो में पंकजा कह रही हैं कि ”मैंने अपने लोगों से कहा है कि हम 11 अक्टूबर तक लड़ाई नहीं लड़ना चाहते हैं। मैं आप सबको खरीद सकती हूं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहती हूं। जो कुछ भी अतीत में मैंने आपको दिया है आपने मांगा और मैंने दिया। क्या आपको याद है कि मैंने 25-15 में से रुपये दिए अब मैं आपको रूपया नहीं दूंगी।”
ऑडियो के अनुसार मुंडे कह रही हैं, ”नामदेव शास्त्री जी के साथ क्या किया जाए इसके बारे में भविष्य में विचार किया जाएगा। हमें दशहरा समारोह करवाना है और इसलिए हम अपनी ओर से कुछ भी गलत नहीं करना चाहते।” इतना ही नहीं इस ऑडियो में आगे पंकजा परली में नामदेव शास्त्री महाराज के समर्थकों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराने की भी बात कर रही हैं। बातचीत में उन्होंने कथित तौर पर कहा कि वह ग्रामीण इलाकों में छोटे-छोटे कामों के वित्तपोषण वाली एक योजना 25-15 के तहत रुपया देकर किसी को भी खरीद सकती हैं। सूत्रों के अनुसार इस ऑडियो क्लिप को पुजारी नामदेव शास्त्री ने ही सार्वजनिक किया है।
मुंडे परिवार के करीबी भी रहे हैं नामदेव शास्त्री
बता दें कि, पहले नामदेव शास्त्री दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे के बहुत करीबी थे। मुंडे उन्हें अपना गुरु भी कहते थे। गोपीनाथ की ओर से कई बार इस मंदिर ट्रस्ट को आर्थिक सहायता दी गई। उनके निधन के बाद उनके भतीजे धनंजय मुंडे ने बगावत कर दी और वे एनसीपी में चले गए। इसके बाद महंत नामदेव धनंजय मुंडे के करीब हो गए और पंकजा मुंडे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
पंकजा को मंत्री पद से हटाने की मांग
ऑडियो क्लिप पर विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि यह मंत्री के द्वारा सत्ता का घोर दुरूपयोग है और ऐसे में उन्हें तत्काल पद से हटा दिया जाना चाहिए। धनंजय ने आगे कहा कि वे ऑडियो की बातों को लेकर गंभीर हैं। उन्होंने आगे कहा कानून बनाने के लिए जिम्मेदार लोग कानून को अपने हाथों में लेने की बात कर रहे हैं। उन्हें अब मंत्री के पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि लोगों के उत्थान के लिए बनी एक योजना से लोगों को खरीदने की बात करके वह सरकार के साथ धोखा कर रही हैं। आगे कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि कम से कम अब मुख्यमंत्री उन्हें क्लीन चिट देने का ड्रामा नहीं करेंगें।
पंकजा ने अब तक नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
इस मुददे पर पंकजा ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि उनके निजी सचिव ने कहा कि उन्होंने इस मुददे को लेकर प्रतिक्रिया देने से इंकार किया है।
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