यूपी पॉलिटिक्स में आया नया मोड़, अखिलेश ने PWD छोड़ शिवपाल को लौटाए सभी विभाग
शनिवार को यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव को पीडब्यूडी विभाग को छोड़कर सभी विभाग लौटा दिए है। इसके साथ ही उन्होंने शिवपाल को दो नए विभाग लघु सिंचाई और स्वास्थ्य शिक्षा का विभाग की जिम्मेदारी भी दी है। अखिलेश के इस कदम से ये कयास लगाए जा रहे है कि समाजवादी पार्टी का पॉलिटिकल फैमिली ड्रामा फिलहाल कुछ समय के लिए तो थम ही गया। अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल यादव के साथ ही बर्खास्त खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को एक बार फिर अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया है।
बता दें कि इस बात की जानकारी पहले ख़ुद अखिलेश ने अपने ट्विटर पर दी थी। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि शिवपाल यादव को उनके विभाग वापस कर दिए जाएंगे। इसके साथ ही अखिलेश ने अपने दूसरे ट्वीट में बर्खास्त खनन मंत्री गायत्री प्रजापति का जिक्र किया था। कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में गत 12 सितंबर को बर्खास्त किए गए गायत्री प्रजापति को मंत्रिमंडल में दोबारा शामिल करने की मंजूरी मिल गई है।
अब टिकट बंटवारे पर हो रही सियासत
भले ही समाजवादी पार्टी का फैमिली ड्रामा खत्म हो गया हो लेकिन पॉलिटिकल ड्रामा अब भी जारी है। अब पार्टी का पूरा मामला टिकट बंटवारे पर आकर थम गया है। सीएम अखिलेश यादव का कहना है कि वे सभी बातें मानने के लिए तैयार है लेकिन वे इस बात को मानने के लिए क़तई तैयार नहीं है कि टिकट कोई और बांटे। अखिलेश ने कहा कि टिकट तो वे खुद ही बांटेंगे। इसका अधिकार उन्हें ही मिलना चाहिए। बता दें कि इस पूरे मामले में अखिलेश और शिवपाल दोनों के समर्थक सड़क पर उतर आए हैं। दोनों ही ओर से पार्टी कार्यालय के पास समर्थक जुटे हुए हैं। और अपने नेताओं के समर्थन में नारे लगा रहे है।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी में पिछले पांच दिनों से कलह चल रहा है। 13 सितंबर को सीएम अखिलेश यादव ने ख़ुद को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा लिया था। और ये जिम्मेदारी शिवपाल को दी थी। लेकिन बाद में उन्होंने शिवपाल से लोक निर्माण, राजस्व तथा सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण विभाग वापस ले लिए थे। इसके बाद शिवपाल ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। पार्टी में बनी इस स्थिति को संभालने के लिए ख़ुद पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव आगे बढ़े। उन्होंने अखिलेश यादव और शिवपाल यादव से मुलाकात की, और इस संबंध में बात की।