अमिताभ के दामाद होने के अलावा ये है कुणाल कपूर की पहचान
आपने फिल्म ‘रंग दे बसंती’ तो देखी ही होगी। ये फिल्म थी चार दोस्तों की कहानी इन चारों दोस्तों में एक थे कुणाल कपूर जिनका फिल्म में नाम ‘असलम ख़ान‘ था। इस फिल्म के बाद से ही लोग कुणाल कपूर को जानने लगे। हालांकि इस एक्टर को हम अमिताभ के दामाद के रूप में भी जानते है। कुणाल कपूर ने वैसे तो कई फिल्में की है लेकिन उनकी जिंदगी की कहानी फिल्मों से कुछ अलग है। 18 अक्टूबर को उनके जन्मदिन के मौके पर हम बताने जा रहे हैं उनकी लाइफ के बारें में कुछ ख़ास बातें…
कुणाल कपूर को भले ही हम ‘रंग दे बंसती’ के हीरो के रूप में जानते होंगे लेकिन वे फिल्मों में पहले ही आ चुके थे। कुणाल कपूर का जन्म हुआ 18 अक्टूबर 1977 को मुंबई में हुआ था। वे फिल्मों में एक्टिंग के अलावा सोशलवर्क भी करते है। साल 2006 में आई फिल्म ‘रंग दे बसंती’ में उन्हें ‘बेस्ट सर्पोटिंग एक्टर’ के लिए फिल्म फेयर अवार्ड में नॉमिनेट भी किया गया था।
कुणाल कपूर की डेब्यू फिल्म 2005 में आई फिल्म ‘मीनाक्षीः ए टेल ऑफ थ्री सिटीज’ से किया। इस फिल्म में वे तब्बू के अपोजिट लीड रोल में थे। इसके बाद वे साल 2006 में ‘रंग दे बसंती’ में नज़र आए। साल 2007 में उन्होंने दो फिल्में ‘लागा चुनरी में दाग’ और ‘आजा नचले’ की। जिन्हें आलोचकों ने काफी सराहा। इस फिल्म के बाद उन्होंने ‘लम्हा’, ‘बचना ऐ हसीनों’, डॉन 2’ और ‘लव शव ते चिकन खुराना’ जैसी फिल्में की। इन दिनों वे अपनी फिल्म ‘वीरम’ को लेकर काफी चर्चा में है।
कुणाल कपूर फिल्मों के अलावा अपने अफेयर को लेकर भी चर्चा में आए थे। उनका अफेयर अमिताभ के छोटे भाई अजिताभ बच्चन की बेटी नैना बच्चन था। इन दोनों के अफेयर की ख़बर जब बच्चन परिवार को लगी तो थोड़ा विवाद हुआ लेकिन फरवरी 2015 में इन दोनों ने शादी कर ली। इसके बाद से ही कुणाल कपूर भी बच्चन परिवार के सदस्य बन गए।
कुणाल कपूर एक्टिंग और अमिताभ के दामाद होने के अलावा एक सोशल वर्कर भी है। उन्होंने क्राउड सॉर्सिंग के ज़रिए करीब 45 लाख रूपए जुटाए हैं वे सेक्स वर्कर की बेटियों के सुधार के लिए काम कर रहे है। जिसके लिए उनकी वेबसाईट Ketto.org ओआरजी क्राउड सॉर्सिंग का काम करती है।