मैथ्स, साइंस का भूत भगाकर Byju’s ने कमांए करोड़ो रूपए
स्टूडेंट्स को अगर स्कूलों में मैथ्स और साइंस जैसे सबजेक्ट की पढ़ाई इंटरेस्टिंग तरीके से कराई जाएं तो उनके सफल होने के अवसर ज्यादा होते है। ऐसा कहना है ग्रेजुएट स्टूडेंट को आईआईएम और केट की ट्रेनिंग देने वाले बायजु रविचंद्रन का। कुछ सालों पहले उन्होने अपना सारा ध्यान शुरूआती शिक्षा पर लगाया। उन्होने कहा कि मुझे मेरे अनुभवो से महसूस हुआ कि स्टूडेंट्स को उनके शुरूआती वर्षों में बेहतर तरीके से सिखाने से आप बड़ा असर डाल सकते है। उन्होने 2012 में एक ऐप Byju’s की शुरूआत भी की।
इस ऐप के जरिए छठी से बारहवी तक के बच्चों के लिए प्रोग्राम चलाती है। ये ऐप स्टूडेंट को कैट, जीआरई, आईएएस, जीमैट जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तेयारी में मदद करता हैं। बाइजू केवल थ्योरी पर ही नहीं बल्कि विजुअली और कॉन्सेप्ट लर्निंग पर भी फोकस करता हैं। इसके फाउंडर सीईओ रविचंद्रन ने बताया कि इससे स्टूडेंट को यह पता लगाने में मदद मिलती है कि उसे क्या सीखना हैं, कब सीखना है, कैसे सीखना है।
रविचंद्रन ने इस फर्म को दो लाख रूपए के इनवेस्टमेंट के साथ शुरू किया था। Byju’s ने क्लासरूम टीचिंग के साथ इसकी शुरूआत की थी और अब यह एजुकेशन टेक्नॉलाजी कंपनी बनकर उभर रही है। 2015 में लर्निंग ऐप लांच करने के बाद इसके कारोबार की तस्वीर पूरी तरह बदल गई। इसका रेवेन्यू में 90 प्रतिशत योगदान है। इस ऐप की खासियत ये है कि इसमें स्टडी के लिए ओरिजिनल कॉन्टेंट, वॉच ऐंड लर्न वीडियो, ऐनिमेशन ओर इंटरएक्टिव सिमुलेशन जैसे कई सिवधाएं है। जो स्टूडेंट को आसानी से सीखने में मदद करती है।
इस ऐप में आपको कुछ कॉन्टेंट मुफ्त में दिया जाता है। जबकि एडवांस लेवल का कॉन्टेंट के लिए स्टूडेंट को इसकी फीस चुकानी पढ़ती है। इस ऐप पर हाल ही में 40 लाख स्टूडेंट सब्सक्राइबर है। ऐप मे हर महीने लगभग 25000 नए यूजर्स जुड़ते है।