चीन में इस्लामिक दाढ़ी और बुर्का बैन
इस्लामिक कट्टरपंथ का गढ़ बन चुके चीन के शिनजियांग स्टेट में लंबी इस्लामिक दाढ़ी रखने और बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। और इसकी सबसे बड़ी वजह है, शिनजियांग स्टेट में फैली धार्मिक कट्टरता और उससे आतंकवाद फैलने का अंदेशा है।
ऐसे में वहां हालात को सामान्य करने और अपना नियंत्रण मज़बूत करने के लिए, चीन के प्रशासन ने ये कदम उठाया है। अब आपके दिमाग में सबसे पहला सवाल ये उठ रहा होगा, कि चीन में इस्लाम के नाम पर कट्टर विचार फैलाने वाले लोग कहां से आ गये? और इस्लाम के नाम पर वहां आतंकवाद कैसे फैल गया?
चीन के शिनजियांग स्टेट की कुल आबादी, 2 करोड़ से ज़्यादा है। शिनजियांग प्रांत में उइगर समुदाय के लोगों की आबादी एक करोड़ से ज़्यादा है। उइगर समुदाय मुस्लिम बाहुल्य है और इस समुदाय में इस्लाम सबसे ज्यादा माना जाने वाला धर्म है। उइगर मुसलमान आम तौर पर टर्किश भाषा बोलते हैं। शिनजियांग स्टेट, वर्ष 1949 में पूर्वी तुर्किस्तान हुआ करता था।
शिनजियांग को एक अलग राष्ट्र के तौर पर कुछ समय के लिए पहचान भी मिली थी, लेकिन बाद में ये चीन का हिस्सा बन गया। 1990 के दशक में सोवियत संघ के पतन के बाद इस स्टेट की आज़ादी के लिए यहां के लोगों ने काफी संघर्ष किया था। मिडिल इस्ट के कई मुस्लिम देशों ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया था, हालांकि चीन की सरकार के सामने किसी की नहीं चली। यही वजह है, कि आज भी उइगर मुसलमान खुद को चीन का निवासी मानने से इंकार करते हैं। आगे जानने के लिए क्लिक करें नेक्स्ट पेज-
- - Advertisement - -