कांग्रेस में छिड़ा बगावत का माहौल, एडवाइजर्स ब्लॉक से लेंगे मदद
पांच राज्यों में हार के बाद अब कांग्रेस में बगावत का सिलसिला शुरू हो गया हैं। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता पार्टी से इस्तीफा देकर दूसरी पार्टी ज्वाइन कर रहे है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीनियर लीडर गुरुदास कामत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और राजनीति से संन्यास लेने का एलान भी कर दिया। छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी ने कांग्रेस छोड़ नई पार्टी बना ली। वहीं, त्रिपुरा के 6 बागी कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को टीएमसी ज्वाइन करने का लेटर दे दिया। टीएमसी के सीनियर लीडर्स से उनकी मुलाकात भी हो चुकी है। यूपी में अल्पसंख्यक मोर्चे ने पार्टी लाइन से हटकर राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान देने की बात कही है। इधर, राहुल ने भी समस्याओं को हल करने का तरीका खोजा है। उनके मुताबिक, 10 सीनियर लीडर्स का ’एडवाइजर्स ब्लॉक’ पार्टी के अहम मुद्दों पर फैसला करेगा।
सोमवार को एक साथ चार राज्यों से बुरी खबरें आने के बाद कांग्रेस अब एक्टिव हो गई है। राहुल ने वेलफेयर रिफॉर्म्स और ट्राइबल राइट्स जैसे मुद्दों को सुलझाने के लिए एडवाइजर्स ब्लॉक बनाने का आइडिया दिया है। राहुल का मानना है कि ये ब्लॉक पार्टी में नई जान फूंकेगा। इस बीच, सूत्रों का कहना है कि राहुल का एडवाइजर्स ब्लॉक बीजेपी के पार्लियामेंट्री बोर्ड जैसा होगा। पार्टी के सीनियर लीडर इसकी पावर को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं। फिलहाल, कांग्रेस के सारे फैसलों का केंद्र नेशनल एडवाइजरी काउंसिल है, जिसकी कमान सोनिया गांधी के पास है।
एडवाइजर्स ब्लॉक में होगा कौन-कौन
बताया जा रहा है कि इस एडवाइजर्स ब्लॉक में बिजनेसमैन और एक्टिविस्ट्स भी होंगे। इसमें पी. चिदंबरम और गुलाम नबी आजाद जैसे सीनियर लीडर्स को शामिल करना चाहते हैं।