सूख गई क्वारी नदी, प्रदेश में फिर जलसंकट से जूझ रहे हैं लोग
गर्मी शुरू होते ही एक बार फिर मध्यप्रदेश के कुछ इलाके जल संकट से जूझ रहे हैं। आने वाले समय में ये समस्या और भी गंभीर होने वाली है। क्योंकि इटावा की क्वारी नदी अब सूख चुकी है। हालात ये है कि इंसान तो इस समस्या से परेशान हैं ही साथ ही पशु-पक्षी भी पानी की कमी के चलते मौत के शिकार हो रहे हैं। हालांकि नदी के सूखने का मुख्य कारण यहां के दबंग किसानों को बताया जा रहा है, जिन्होंने लंबे समय से पानी को रोका रखा था।
बता दें कि चंबल के बीहड़ से होकर गुजरने वाली पांच नदियों में से एक नाम क्वारी नदी का है। ये नदी उन नदियों में से है जिनके नाम पर इटावा में पंचनदा होने की पहचान मिली हुई है। चंबल सेन्च्युरी के वन्य जीव प्रतिपालक सुरेशचन्द राजपूत का कहना है कि पानी की कमी के चलते वन्य जीव आसपास के गांवों में घुसपैठ कर रहे हैं।
पशु पालन व्यवसाय तबाही की कगार पर-
क्वारी नदी के सूख जाने से न केवल जनजीवन अव्यवस्थित हो रहा है बल्कि पशु पालन व्यवसाय भी तबाही की कगार पर है। हालात ये थे कि पहले किसान ख्ेाती के साथ गाय , भैंस भी पाल लेते थे, गर्मी के मौसम में फसल कट जाने के बाद शाम को पशुओं को चराने पहुंच जाते थे, लेकिन अब नदी के सूख जाने से पशुपालन का व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वैसे तो ये नदी बारह महीने बहती है, ये बात अगल है कि इसका पानी गर्मियों में सूख जाता है। क्षेत्र के लोगों की मानें तो मध्यप्रदेश में नदी की धारा को कई जगह पर बीच-बीच में रोक लिया जाता है और वहां के किसान इसका पानी सिंचाई के लिए इस्तेमाल करने लगते हैं फिर फूफ के कनकूड़ा घाट तक ही इसका पानी रह जाता है, जिसके चलते गर्मियों में लोगों के साथ-साथ पशुओं को भी जल संकट से जूझना पड़ता है।
- - Advertisement - -