रोजगार कार्यालय बंद कर खोले जाएंगे ‘करियर गाइडेंस सेंटर’
सरकार रोजगार के लिए काफी कार्य कर रही है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में देश का पहला मॉडल करियर सेंटर का उद्घाटन करने आए केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि अब देश भर में चल रहे रोजगार कार्यालय बंद करने होंगे। इसे करियर गाइडेंस सेंटर के रूप में तब्दील किया जाएगा। जहां युवाओं की अपनी कौशल परखने के साथ उसे उन्नत बनाने का मौका मिलेगा। आपको बता दे कि देश के 389 रोजगार कार्यालय में तीन करोड़ लोग रजिस्टर्ड हैं। इन युवाओं को उनकी शिक्षा और कौशल के आधार पर वर्गीकरण किया जाएगा। इन युवाओं की प्रतिभा और कौशल को निखारने के लिए श्रम एवं रोजगार मंत्रालय करीब 380 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया है।
बंद करने का कारण
बंडारू दत्तात्रेय के अनुसार अब रोजगार कार्यालय केवल शोपीस बनकर रह गया है। यह केवल चुनिंदा बेरोजगारों को रोजगार दे रहा है। इससे युवाओं को लाभ नहीं मिल रहा है। मौजूदा समय टेक्निकल और सॉफ्ट स्किल है।
नेशनल करियर सर्विस की मदद
इसे ध्यान में रखते हुए श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने रोजगार कार्यालय को नेशनल करियर काउंसिल सेंटर के रूप में बदलने का निर्णय लिया है। इसमें नेशनल करियर सर्विस की मदद ली जाएगी। यहां उद्योग और नौकरी की तलाश में युवाओं दोनों को मौका मिलेगा।
खुलेंगे 100 मॉडल करियर सेंटर
देशभर में 100 मॉडल करियर सेंटर शुरू करने का निर्णय लिया है। हरियाणा में पांच सेंटर खुलेंगे। इस करियर काउंसिल सेंटर के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्लैगशिप प्रोग्राम मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया और डिजिटल इंडिया को साकार किया जाएगा। इससे युवाओं को मौका मिलेगा।
सरकार का लक्ष्य
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 10 हजार रुपए मासिक किया जाएगा। कौशल विकास के जरिए व्यक्तित्व निर्माण करके 50 करोड़ लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाना केंद्र सरकार का लक्ष्य है। कौशल विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा 380 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
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