एक्सीडेंट को नहीं झेल पाएंगी ये कारें
भारत की सात मशहूर गाड़िया जो सबसे ज्यादा बिक्री वाले कारें हैं वो गाड़ियों के क्रेश टेस्ट में फेल हो गई है। इन गाड़ियों में महिंद्रा की स्कॉर्पियो, हुंदई की इओन, मारुति सिलेरियो, मारुति सुजूकी की ईको और रेनो क्विड के तीन मॉडल शामिल थे। जब इन गाड़ियों को 64 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलाकर क्रैश किया गया तो ये सभी गाड़ियां जीरो साबित हुईं।
सारी गाड़ियों को मिले जीरो प्वाइंट
इस टेस्ट को ग्लोबल न्यू कार एसेसमेंट प्रोग्राम की तरफ से आयोजित किया गया था। यूके के इस संगठन ने इन सारी गाड़ियों को जीरो प्वाइंट दिए हैं पिछले तीन सालों में एनसीएपी ने 16 गाड़ियों पर यह टेस्ट किया है जिनमें से टोयोटा और वॉक्सवैगन की ही गाड़ियां 4 प्वाइंट्स ले पाई हैं। 2014 में मारुति की स्विफ्ट और डेट्सन गो भी इस टेस्ट में फेल हुई थी।
भारत में गाड़ियों का ऐसा टेस्ट करने के लिए ‘भारत न्यू व्हीकल सेफ्टी एसेसमेंट प्रोग्राम’ नाम की संस्था है। सोमवार (16 मई) को हुए एक कार्यक्रम में भारत के इस प्रोग्राम को दुनिया के बाकी देशों में चल रहे ऐसे प्रोग्राम्स के साथ मिलाने की बात की गई थी। इस प्रोग्राम का भी कई लोग विरोध कर रहे हैं क्योंकि इसमें क्रैश टेस्ट के लिए 56 किलोमीटर की स्पीड तय की गई है जो कि दुनिया के बाकी देशों में 64 किलोमीटर प्रति घंटा है।