स्क्रैमजेट इंजन के सफल परीक्षण से इसरो के नाम एक और उपलब्धि
चेन्नई। भारत ने रविवार को स्क्रैमजेट इंजन का सफल परीक्षण करते हुए इतिहास रच दिया। एटमॉस्फियर की ऑक्सीजन को फ्यूल जलाने में इस्तेमाल करने वाले स्क्रैमजेट इंजन का पांच मिनट का ये टेस्ट कामयाब रहा। गौरतलब है कि इस इंजन को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर में बनाया है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “यह मिशन सफल रहा। इस दौरान दो स्क्रैमजेट इंजनों का परीक्षण किया गया। इस परीक्षण को लेकर अंतिम जानकारी बाद में शेयर की जाएगी।“ उन्होंने आगे बताया कि इन इंजनों का सिर्फ छह सेकंड के लिए ही परीक्षण किया गया। स्क्रैमजेट इंजन का प्रयोग केवल रॉकेट के वायुमंडलीय चरण के दौरान होता है इससे ईंधन में ऑक्सीडाइजर की मात्रा को कम करके प्रक्षेपण पर आने वाले खर्च में कटौती की जा सकेगी।
ऐसे किया परीक्षण
एसडीएससी में टेस्ट के दौरान स्क्रेमजेट इंजन को दो स्टेज वाले एक रॉकेट में किट किया गया। ये टेस्ट रविवार को सुबह 6 बजे किया गया। सबसे पहले रॉकेट को जमीन से 20 किलोमीटर ऊपर भेजा गया। वहां लिक्विड हाइड्रोजन फ्यूल को जलाने के लिए 5 सेकंड तक एटमॉस्फियर से ऑक्सीजन ली और इसके बाद वह बंगाल की खाड़ी में जा गिरा।
राष्ट्रपति ने दी बधाई
इस परीक्षण के बाद आईएसआरओ के चेयरमैन ने इसे एक बड़ी कामयाबी बताई। सफल परीक्षण के लिए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने ट्वीट कर आईएसआरओ को बधाई दी।
Hearty congratulations ISRO on successful test of futuristic scramjet rocket engine, India is proud of you #PresidentMukherjee
— President of India (@RashtrapatiBhvn) August 28, 2016