Airlift: सी-17 से पूरा होगा मिशन ‘संकटमोचन’, जानिए खास बातें
द. सूडान में फंसे भारतीयों को बचाने के लिए मिशन ‘संकटमोचन’ सुबह से ही शुरू हो चुका हैं। इस मिशन की अगुवाई भारत के विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह कर रहे है। ये मिशन फिल्म एयरलिफ्ट की तरह ही है। जिस तरह कुवैत में बहुत सारे भारतीयों को एयरलिफ्ट के जरिए भारत वापस लाया जाता है। ठीक उसी तरह के हालात अभी द. सूडान में मौजूद है। इंडिया से सरकार ने सूडान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए इंडियन एयरफोर्स के दो बोइंग प्लेन भेजे है जो इस मिशन के संकटमोचन होंगे। भारत द्वारा भेजे गए इस बोइंग प्लेन का नाम सी-17 है जो इंडियन एयरफोर्स का अभिन्न अंग है। यहां हम आपको सी-17 के बारें में कुछ खास बाते बताने जा रहे हैं। मिशन ‘संकटमोचन’ में सी-17 की भूमिका को कोई नजरअंदाज तो नहीं कर सकता लेकिन हम इसके बारें में आपको कुछ ऐसी बाते बताने जा रहे है जो आपको सी-17 के बारें में जानकारी देंगी।
1. सी-17 एक बोइंग प्लेन है जो एक बड़ा मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है।
2. सी-17 का निर्माण अमेरिकी एयरफोर्स के मैकडॉनल डॉगलस ने 1980 में किया था
3. इस विमान का प्रयोग मिलिट्री में टैंको को लाने ले जाने, भारी समान के, और विमानों को लाने ले जाने में किया जाता हैं।
4. इस बोइंग प्लेन के क्रू में 2 पायलेट और 1 लोडमास्टर होता है।
5. इस बोइंग प्लेन में 102 पैराट्रूपर्स और 134 सैनिक आसानी से जा सकते है।
6. इसकी साइडवाल सीट पर 54 सैनिक और 13 कारगो पायलेट बैठ सकते है।
7. इस विमान में 36 लिटर और 54 पेशेंट मेडिकल अटेंडेंट के साथ जा सकते है।
8. इस विमान की क्षमता लगभग 77,520 किग्रा ले जाने की है।
9. इस विमान की लंबाई 174 फीट है। और इसकी उंचाई 55 फीट है। इसका विंग एरिया 3800 फीट है। इस विमान की फ्यूल केपेसिटी 134, 556 लीटर हैं
10. इस विमान को इन देशों की एयरफोर्स में उपयोग किया जाता है। भारत, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, नाटो, कुवैत, कतर, अरब, इंग्लैंड, अमेरिका