क्या आपको पता है सिंधू के बारे में ये खास बाते?
पूरे देश की नज़र आज बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू पर है। पूरा देश उनके लिए दुआ कर रहा है। सिंधू आज जिस मुकाम पर है इसके पीछे है उनका खुद पर विश्वास और कभी न हार मानने वाला व्यवहार। तो चलिए आपको बताते है सिंधू के बारे में कुछ खास बाते-
01.भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी सानिया नेहवाल की तरह पीवी सिंधु भी हैदराबाद से है। साइना और सिंधू दोनों ने एक ही छत के नीचे, एक ही कोच से ट्रेंनिग ली है। अब तक दोनों तीन बार भिड़े चुके है लेकिन तीनों ही बार साइना जीती है। सैयद मोदी इंटरनेशनल टूर्नामेंट में और दो बार इंडियन बैडमिंटन लीग में। हैदराबाद के कुछ खेल पत्रकारों की माने तो दोनों के बीच रिश्ते ज्यादा अच्छे नहीं है। सिंधू ने अपने खेल के शुरूआती गुर महबूब अली से सीखे है।
02.पुलेला गोपीचंद एकेडमी से उनके खेलने के जूनून को उड़ान मिली। उनके इस जूनून को देखते हुए एक बार द हिंदू अखबार ने लिखा था
”रोज 56 किमी. ट्रैवल करके ये लड़की टाइम पर कोचिंग कैंप पहुंचती है। यह अच्छी बैडमिंटन खिलाड़ी बनने की उसकी इच्छा, मेहनत और कमिटमेंट की झलक है।”
03.सिंधू के खेल की खास बात होती है उनका दबाव मुक्त होकर खेलना। गोपीचंद के अनुसार सिंधु की ताकत उनकी लंबाई, अटैकिंग शॉट्स संयम न खोने की आदत और उसका कभी न हार मानने वाला एटीट्यूट है।
04.सिंधू अपने खेल को सुधारने के लिए खूब मेहनत करती है। पिछले 6 सालों से वह रोजाना 4 बजे उठती है और प्रैक्टिस करती है।
05.सिंधू को खेलने की ताकत विरासत में मिली है। सिंधू के माता-पिता भी वॉलीवाल के खिलाड़ी रहे है। उनके पिता को तो सन् 2000 में अर्जुन पुरस्कार भी मिला है।
06.पहली बार 2010 में सिंधू ने कॉमनवेल्थ में कांस्य जीता। इसी साल सिंधू को टॉप 10 महिलाओं खिलाड़ियों में जगह मिली। पिछले साल सिंधू ने एक इंटरव्यू में कहा टॉप में आना भी आसान नहीं होता। लेकिन वहां तक बने रहना भी बहुत मुश्किल होता है इसके लिए लगातार अच्छा खेलना पड़ता है । जहां तक मेरे वर्ल्ड नंबर एक बनने की बात है अभी मैं खुद को तीन चार साल देना चाहूंगी ।
07.2010 में पहली बार भारत की नेशनल टीम में जगह बनाने वाली पीवी सिंधू बैडमिंटन की कई जूनियर चैंपियनशीप जीत चुकी है। अंडर 13 में उन्होंने पंडूचेरी में हुए सबजूनियर सिंगल और डबल टाइटल जीता । अंडर 14-51 वें नेशनल स्कूल गेम्स में गोल्ड जीता। 2009 से वो इंटरनेशनल गेम्स में हिस्सा लेने लगी।
08.जब 2013 में सिंधू वर्ल्ड चैंपियनशीप में कांस्या लेने गई थी। तब बहुत सारे लोगों ने सिंधू को सानिया के लिए खतरा बता दिया था।
09.खाने की बात करे तो पीवी सिंधू को बिरयानी बहुत पसंद है। ये बात खुद सिंधू ने एक इंटरव्यू में कहीं थी। सिंधू ने कहा था कि मैं हर टाइम बिरयानी नहीं खा सकती हूं फिटनेस डाइट के कारण लेकिन जब भी मौका मिलता है पेट भर के खाती हूं।
10.2015 में प्रीमियम बैडमिंटन लीग की निलामी में उन्हें चेन्नई की फ्रेंचाईजी चेन्नई स्मैशर्स ने करीब 62 लाख में खरीदा था । इस लिहाज से देखा जाए तो मलेशियन खिलाड़ी दिग्गज ली चोंग वेई और भारत की साइना नेहवाल के बाद वो इस लीग की तीसरी सबसे महंगी खिलाड़ी है।