कश्मीर समस्या का हल मोदी सरकार में ही निकलेगाः महबूबा मुफ्ती
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में पिछले 50 दिन से हिंसा जारी है। इन सबके बीच शनिवार को जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की हैं। करीब एक घंटे तक चली इस मुलाकात के बाद मीडिया को संबोधित करते महबूबा ने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के हालात को खराब किया है। वह खुले तौर पर घाटी में लोगों को उकसाने और तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी चाहते हैं कि कश्मीर में खून खराबा रुके। पीएम भी उनकी तरह ही राज्य के हालात को लेकर चिंतित हैं। वह चाहते हैं कि कश्मीर हिंसा से बाहर निकले और कश्मीर समस्या का हल खोजा जाए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जी ऐसे लोगों के कश्मीर की समस्याओं के लिए तैनात करें, जिन पर कश्मीर के लोग विश्वास कर सकें।
अटल बिहारी वाजपेयी का भी किया जिक्र
उन्होंने कहा अगर वाजपेयी सरकार इस समस्या को सुलझा सकती थी। भारत के लोकलंत्र में सबसे ज्यादा आजादी है। धाटी में बातचीत उन्हीं से हो सकती है। जो शांति चाहते हैं।
पाक को दिया संदेश
उन्होंने पाक को स्पष्ट कहा कि वो युवकों को उकसाना बंद करें। अगर पाक में इंसानियत है तो वो इस तरह की हरकत न करे। आगे उन्होंने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि पाकिस्तान से रिश्ते सुधारने की पहल की। अपने शपश ग्रहण समारोह में नवाज शरीफ को बुलाया और खुद लाहौर भी गए। लेकिन बदकिस्मती ये रही कि उसके बाद पठानकोट हमला हुआ।
उन्होंने कहा कि एक माँ के रूप में यह मुझे परेशान करता है कि लोगों बच्चों को पुलिस स्टेशन पर पत्थर फेंकने के लिए उकसाते हैं। क्या इससे समस्या का समाधान होगा? जो युवाओं को उकसाते हैं वे बातचीत नहीं करना चाहते, जो बात करना चाहते हैं उनसे बातचीत होनी चाहिए। गौरतलब है कि आतंकी बुरहान वानी के सफाए के बाद कश्मीर घाटी के अलग-अलग हिस्सों में पिछले 50 दिनों से हिंसा और कर्फ्यू जारी है। जम्मू-कश्मीर में जारी हिंसा में अब तक 67 लोगों की जान जा चुकी है।