चाहकर भी परमाणु हमला नहीं कर सकता पाक
नई दिल्ली। उरी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बाद बुधवार देर रात भारत का सब्र टूट गया। भारतीय सेना ने सीमा पर कर आतंकियों को मार गिराया। सेना ने इसकी आधिकारिक पुष्टि कर दी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह खुलासा किया गया कि भारतीय फौज ने बुधवार देर रात नियंत्रण रेखा को पार करते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक किया। वैसे तो भारत को बार-बार परमाणु बम कि धमकी देने वाले पकिस्तान का हमेशा से यही रवैया रहा है कि जब वो भारतीय सेना से किसी भी मुद्दे पर डरा हुआ होता है तो वो एक ही धमकी देता है कि भारत पर बम मार देगा। मगर ये बात पाकिस्तान अच्छी तरह से जानता है कि वो चाहकर भी भारत पर परमाणु हथियार से हमला नहीं कर सकता।
उरी हमले के बाद पाक इतना डर गया था कि उसने अपने हाइवे पर भी एम-16 उड़ाने शुरू कर दिए थे। भारत के हमले डर से पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर कहा था कि अगर भारत ने उसपर हमला किया तो वो परमाणु बम से हमला कर देगा। इसी बात पर भारत के रक्षा मंत्री मनोहर परिकर ने कहा था कि ये केवल गीदड़भभकी है क्यूंकि परिकर को भी पता है पाकिस्तान चाहकर भी ऐसा नहीं कर सकता।
पाकिस्तान के परमाणु बम 6 जगहों पर मौजूद हैं। खुजदार डिपो बलूचिस्तान, मसरूर डिपो नॅशनल कराची, नेशनल डिफेंस कॉम्प्लेक्स,फतेहजंग , पंजाब, सरगोधा डिपो ,पंजाब, शंका दारा मिसाइल कॉम्प्लेक्स,पंजाब, तबरेला अंडरग्राउंड डिपो। पाकिस्तान के 6 में से 4 ठिकाने पर तो दुनिया कि सबसे तेज़ मिसाइल ब्रंहोस के निशाने पर हैं ।और बलूचिस्तान और कराची वाले डिपो अग्नि के निशाने पर है । परमाणु हमला करने के लिए पाकिस्तान के पास केवल दो ही विकल्प हैं या तो वो F -16 या JF -17 से लाकर बम फोड़े, पाकिस्तान के इन दो जहाजों में इतनी ताकत नहीं हैं कि वो भारत के लड़ाकू विमानों को पीछे छोडकर आ पाये । अंत में पाकिस्तान के पास केवल एक ही विकल्प बचता है कि शाहीन-3 मिसाइल से भारत पर हमला करे । पाकिस्तान अगर ऐसा करता है तो उसे इतनी दूर तक पहुंचने से पहले भारत के पास पर्याप्त समय रहता है उसे आकाश मिसाइल से मार गिराए ।
गौरतलब है कि 18 सितंबर को पाकिस्तान से आए 4 आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में मौजूद आर्मी बेस को अपना निशाना बनाया। हमले में सेना के 17 जवान शहीद हुए थे जबकि तीन अन्य जवानों की अस्पताल में मौत हो गई। हादसा कश्मीर के उरी क्षेत्र में हुआ है। हमले में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहादत देने वाले 17 जवानों के नाम सामने आए हैं। बता दें कि सुबह पांच बजे से उरी में लगातार फायरिंग की जा रही थी। आतंकियों ने अंधेरे का फायदा उठाकर सेना के मुख्यालय में घुसे। लेकिन सेना के जवानों ने उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया। थोड़ी देर बाद ही सेना के जवानों ने आतंकियों को घेर लिया। गौरतलब है कि 5 दिसंबर 2014 को भी आतंकियों ने कश्मीर के इसी हिस्से को अपना निशाना बनाया था। आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से पिछले दो महीनों से कश्मीर में अशांति का माहौल बना हुआ है।सुरक्षा बलों और नागरिकों के बीच हुए संघर्ष में अब तक करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी हैं।