जानते हैं, यहां पहले से बैन है पॉलीथिन
मध्यप्रदेश में पॉलीथिन पर बैन लगने जा रहा है, कैबिनेट की मंजूरी पर प्रस्ताव 1 मई से लागू हो जाएगा। कानूनी तौर पर इस मुद्दे पर अब मंजूरी मिली है, पर कुछ लोग ऐसे भी है, जो पॉलीथिन को बंद करने के लिए लंबे समय से अभियान चला रहे हैं, और उन्होंने पॉली बैग का विकल्प यूज करना भी शुरु कर दिया है। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में मिशन जीरो पॉलीथिन मेले का आयोजन किया। जिसमें बच्चों के साथ बड़ों ने कागज के बैग वितरित कर पॉलीथिन को बैन करने के लिए जागरुकता अभियान चलाया।
रोजाना के हर काम में पॉलीथिन का उपयोग इस तरह से होता है कि हम खुद इस कैरी बैग के आदी हो गए हैं। इस बैग के कई नुकसान हैं, लंबे समय तक यूं ही चलता रहा तो जल्द ही इसके खतरनाक परिणाम नजर आने लगेंगे। सरकार की तरफ से भी इस पर रोक लगा दी गई है, पर क्या हमें इस बैग से इतनी आसानी से मुक्ति मिल सकती है? नहीं। जिस वस्तु के हम सभी सालों से आदी है उस पर तभी रोक लगायी जा सकती है, जब उसका विकल्प तैयार किया जाए। इसी विकल्प को तैयार किया है, खरगोन जिले के आस्था ग्राम ट्रस्ट ने।
क्या है, मिशन जीरो पॉलीथिन मेला
डॉ. अनुराधा जैन ने बताया मिशन जीरो पॉलीथिन मेले के जरिए हम लोगों को पॉलीथिन के उपयोग न करने के लिए जागरुक करते है। जिसमें 2017 में हमने कुल 173429 कागज के बैग लोगों को बांटे है। इस मिशन की खास बात यह थी की इसमें कुल 21 स्कूलों ने भाग लिया था, और 13097 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। पॉलीथिन के उपयोग से कई नुकसान हैं, जिन्हें बताकर हमने लोगों को कागज के बैग लेने के लिए जागरुक किया। कागज की थैलियों को तैयार करने में भी लंबा समय लगा, पर लोगों के सामने विकल्प लाना जरुरी था।
पॉलीथिन के प्रयोग के दुष्परिणाम
हम सभी पॉलीथिन के दुष्परिणाम से वाकिफ हैं, फिर भी हमें इसे प्रयोग में ला रहे हैं, पॉलीथिन के खाने से कई पशुओं की मृत्यु हो जाती है, कितने ही जल स्त्रोत प्रदूषित होते है, इन बैग को यदि जमीन में दफना दिया जाए तो वह एरिया बंजर हो जाता है, जलाने पर जहरीली गैस निकलती है जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है। पॉलीथिन से पर्यावरण पर बड़े स्तर पर नुकसान हो रहा है, जिसे रोकना बहुत जरुरी है।
1 मई से लागू प्रस्ताव के अनुसार नियम
पॉलीथिन के प्रयोग पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया है, सिर्फ पैंकेजिंग के लिए इसका उपयोग किया जाएगा। यानी जिनमें पैक्ड आयटम होते हैं। जिसमें सामग्री को उपयोग के पूर्व सीलबंद किया जाता है। इसके अलावा प्लास्टिक से बने उत्पाद जैसे कुर्सी टेबल आलमारी या घरेलू चीजों पर छूट मिलेगी। प्रस्ताव पर मंजूरी के बाद इस पर जुर्माने और कार्रवाई की पर निर्णय तैयार किए जाएंगे।
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