पीएम मोदी ने लॉन्च की रेफरल बोनस योजना, भीम एप से जोड़ने पर मिलेंगे पैसे
जिस भीम और आधार एप का हल्ला इतने दिनों से ख़बरों में मच रहा था आखिरकार सरकार ने उसे लॉन्च कर ही दिया। पीएम मोदी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के जन्मदिन के मौके पर भीम-आधार ऐप को लॉन्च किया साथ ही कुछ जरूरी घोषणाए भी की। पीएम मोदी ने भीम-आधार प्लेटफार्म को लॉन्च करते हुए ‘रेफरल बोनस योजना’ और कैशबैक योजना का भी शुभारंभ किया।
क्या है रेफरल बोनस योजना
पीएम मोदी ने रेफरल बोनस योजना को लागू करते हुए कहा कि लोगों का मोबाइल फोन ही अब एटीएम बन जाएगा. भीम ऐप से किसी दूसरे को सफलतापूर्वक जोड़ने वाले शख्स को 10 रुपये मिलेंगे. यह ही रेफरेल बोनस योजना है जिसके तहत भीम ऐप यूजर किसी दूसरे स्मार्टफोन उपयोक्ता को इस सुविधा से जोड़ सकता है और एक निश्चित रकम कमा सकता है.
14 अक्टूबर तक रहेगी स्कीम
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पीएम ने कहा कि यदि आप किसी को भीम ऐप से जोड़ते हैं और वह व्यक्ति तीन ट्रांजैक्शन करता है तो आपको 10 रुपये मिलेंगे. यह स्कीम 14 अक्टूबर तक जारी रहेगी। पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि अगले दो हफ्ते में इस पर और काम कर लिया जाएगा जिसेस भीम ऐप और शक्तिशाली बनकर उभरेगा।
उंगलियों के निशान से दे सकेंगे पैमेंट
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक इसे इस प्रकार से डेवलप किया गया है कि आप अपनी उंगलियों के निशान को वेरिफाई करके पैसा विदड्रॉ कर सकेंगे। पीएम ने कहा कि भीम-आधार ऐप दुनिया में अपनी किस्म का अनोखा है. यहां तक कि दुनिया के सबसे अडवांस देशों में भी ऐसा तंत्र नहीं है. यह पूरी तरह से गेमचेंजर साबित होगा.
स्मार्टफोन के जरिए होगी अंगूठे की पहचान
पीएम ने कहा कि हर देश तंत्र को अपनाना चाहेगा. हम इस मामले में अग्रणी हैं और दूसरे देशों के लिए नज़ीर साबित होंगे। दरअसल इससे देश के प्रत्येक नागरिक व्यापारियों के बायोमेट्रिक युक्त उपकरण पर अंगूठे का निशान जैसे अपने बोयोमेट्रिक पहचान (आंकड़े) का उपयोग कर भुगतान कर सकेंगे। यह उपकरण बायोमेट्रिक जानकारी पढ़ने वाला स्मार्टफोन भी हो सकता है।
30 बैंक से ज़्यादा के साथ जुड़ चुका है भीम-आधार
एनपीसीआई के एमडी और सीईओ एपी होता ने कहा कि आज की तारीख में भीम आधार से 30 बैंक से अधिक जुड़ चुके हैं और जल्द ही और बैंक भी इससे जुड़ेंगे. एनपीसीआई के मुताबिक, 27 बड़े बैंक तीन लाख व्यापारियों के साथ पहले ही इससे जुड़ चुके हैं. अतः वे भीम आधार का उपयोग भुगतान स्वीकार करना शुरू कर सकते हैं।
भीम-आधार के होने से अब आम जनता आसानी से ऑनलाइन पैमेंट कर सकती है। इससे देश को कैशलेस होने में काफी हद तक मदद मिलेगी लेकिन ये उन लोगों के लिए फायदेमंद नहीं होगा जो दूसरों के अकाउंट से पैमेंट करेंगे। जैसे दूसरे शहर में रह रहे बच्चे अपने पैरेंट्स के अकाउंट से पैमेंट नहीं कर पाएंगे। हालांकि उनकी समस्या का समाधान एटीएम और अन्य चीजों से हो सकता है।
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