स्वदेश लौटी साक्षी, हुआ जोरदार वेलकम, बनी बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ की ब्रांड एंबेसेडर
रियो ओलिंपिक में देश का गौरव बढ़ा कर इतिहास रचने वाली साक्षी मलिक भी अब अपने देश लौट चुकी हैं। जैसे ही साक्षी दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर पहुंची उनके स्वागत में भारी संख्या में उनके फैंस और हरियाणा के पांच मंत्री मौजूद थे। बता दें कि साक्षी को रिसीव करने के लिए हरियाणा सरकार के मंत्री मंगलवार की रात में ही पहुंच चुके थे। एयरपोर्ट से साक्षी को बहादुरगढ़ के कम्युनिटी सेंटर ले जाया गया इस मौके पर साक्षी ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि हमेशा ऐसे ही सपोर्ट करते रहना।
बता दें कि बहादुरगढ़ के सेक्टर 6 स्थित कम्युनिटी सेंटर में उनके लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। यहां पर उनके स्वागत में हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर अपने कई मंत्रियों के साथ पहले से ही मौजूद थे। खट्टर के साक्षी को 2.5 करोड रुपए का चेक दिया और साक्षी को बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ योजना का ब्रांड एंबेसेडर बनाया। साथ ही साक्षी को स्टेट गेस्ट का दर्जा भी दिया गया। साक्षी ने इस मौके पर कहा कि उनका 12 साल पुराना सपना पूरा हुआ है।
साक्षी के पिता ने कहा बेटी खिलाओ का नारा भी दिया जाना चाहिए
साक्षी के पिता सुखबीर मलिक ने कहा कि देश और प्रदेश सरकार बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ का नारा दे चुकी है। मेरा मानना है कि बेटी खिलाओ का नारा भी दिया जाना चाहिए। बेटी की कामयाबी के जश्न पर कुछ यादें साझा करते हुए उन्होंने बताया कि एक वक्त था जब 2003 में बेटी ने पहली बार कुश्ती में एंट्री ली थी तो आलोचना का सामना करना पड़ा था लेकिन बेटी का हौसला देखकर हमारा भी हौसला बढ़ा।
आखिरी 9 सेकंड में साक्षी ने बाजी पलटी थी
बता दें कि ओलिंपिक के 12 वें दिन 23 साल की रेसलर साक्षी मलिक ने 58 किलो की फ्री स्टाइल रेसलिंग में किर्गिस्तान की रेसलर एसुलू तिनिबेकोवासे से 5-0 के बड़े मार्जिन से पिछड़ रहीं थीं लेकिन उन्होंने आखिरी 9 सेकंड में बाजी पलटकर भारत को ब्रांज दिला दिया। इस तरह महिला रेसलिंग में भारत का किसी भी ओलिंपिक का पहला मेडल है।
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