ट्रेंड में है सेमीकॉलन टैटू, जानिए किस तरह के लोग बनवा रहे हैं ये टैटू
आप टैटू ट्रेंड के बारे में तो बहुत कुछ जानते होंगे, मुमकिन है कि आपने इसे ट्राय तो जरूर किया होगा। लेकिन आपके कया कभी इस टैटू को देखा है । ये टैटू दुनियाभर में वायरल हो गया है। इन दिनों ये सेमीकॉन टैटू फैशन ट्रेंड में काफी पॉपुलर हो रहे हैं। इन्हें आप लोगो के हाथ, कान , कलाई या पैर भी डिजाइन कराया हुआ देख सकते हैं। दिलचस्प बात ये है कि कुछ खास किस्म के लोग ही इसे आजमा रहे हैं।
ये टैटू आप ज्यादातर उन लोगों की बाहों पर देखेंगे, जो या तो डिप्रेशन में डूबे रहे या जिन्हें कभी सुसाइड करने का विचार आया हो। इस टैटू का प्रचास सेमीकॉलन प्रोजेकट के तहत किया जा रहा है। ताकि लोग समझ सकें कि उनकी जिन्दगी में कितना बदलाव आया है। कई बलॉग पोस्ट में बताया गया है कि सेमीकॉलन का यूज वर्ड में ऐसरी जगह किया जाता है जहां वर्ड खत्म हो सकता था, लेकिन नहीं हुआ। यही सोच सेमीकॉलेन प्रोजेकट के पीछे भी है। जिन लोगों की जिन्दगी किसी मोड़ पर खत्म हो सकती थी, लेकिन नहीं हुई, वे लोग इसे अपने हाथों पर बनवा रहे हैं।
दरअसल इस कैंपेन की शुरूआत तीन साल पहले एमी बलू ने अपने पिता को श्रद्धांजलि देने के लिए की थी, जिन्होंने सुसाइड कर लिया था। एमी ने प्रोजकट सेमीकॉलन की वेबसाइट बनाई , लेकिन इसे सोशल मीडिया पर जबरदस्त सपोर्ट मिला। एमी का मानना है कि ये टैटू लोगों को याद दिलाता है कि उन्होंने मौत की जगह जिन्दगी को चुना है। और अब उन्हें अच्छी जिन्दगी गुजारनी है।
एमी के सेमीकॉलन ट्विटर अकाउंट पर तीन हजार से ज्यादा फॉलोअर हैं। फेसबुक , यू-ट्यूब और गगूल प्लस के जरिए भी ये प्रोजेकट ज्यादा से ज्यादा लोगों को जीने का मकसद और हौसला दोनों दे रहा है। वहीं अब इसे डिजाइन कराने का अलग ट्रेंड भी चल चुका है।