न्यूड के बाद साड़ी में किसानों का आंदोलन, इन तरीकों से भी दे चुके हैं सरकार को संकेत
भारत को आज भी कृषि प्रधान देश माना जाता हैं। माना जाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। वहीं दूसरी ओर इस महत्वपूर्ण योगदान देने वाले क्षेत्र के कर्ताधर्ता यानि किसानों दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने लगे हुए। प्रदर्शन करने की वजह भी वाजिब है, वे चाहते हैं कि उन्हें सूखा पैकेज मिले, उनका कर्ज माफ हो जाए।
किसानों की कर्जमाफी को लेकर अलग-अलग राज्य की सरकारें अलग-अलग तरह के सपने दिखा रही है। यूपी के नए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीएम बनते ही किसानों के कर्जमाफी की घोषणा कर दी। वहीं पंजाब में भी सीएम अमरिंदर सिंह ने कर्ज माफी की बात कही। लेकिन कहीं न कहीं कर्जमाफी केंद्र सरकार की सहमति का रास्ता देख रही है।
केंद्र कर्जमाफी की घोषणा कर दे इसी सिलसिले में दिल्ली के जंतर-मंतर पर पिछले 32 दिनों से तमिलनाडु के किसान धरने पर बैठे हैं। किसान पिछले 32 दिन से अलग-अलग तरीके से अपना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन हाल ही में उन्होंने एक नया तरीका इजाद किया है। किसानों ने सभी का ध्यान आकर्षित करने के लिए साड़ी पहनकर अपना विरोध जताया है।
जंतर-मंतर पर धरने पर किसान 14 मार्च से धरने पर बैठे है। इन किसानों में से कुछ किसान अपनी समस्या को लेकर पीएम मोदी से भी मिलने की कोशिश की थी। पुलिस इन्हें मुलाकात करवाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यायल साउथ ब्लॉक भी ले गई थी। लेकिन वे पीएम मोदी से नहीं मिल सके। दस अप्रैल को दिल्ली पुलिस कुछ किसानों को अपने साथ प्रधानमंत्री कार्यालय साउथ ब्लॉक ले गयी थी लेकिन फिर भेंट नहीं होने से किसान नाराज हो गए थे।
नग्न प्रदर्शन किया था
दो बार किसानों से पीएम मोदी नहीं मिल पाए। इस बात से नाराज होकर किसानों ने नग्न प्रदर्शन किया था। दिल्ली की सड़कों पर खुलेआम किसान नग्न हो गए और प्रदर्शन करने लगे थे। अब ये दूसरी बार है जब किसानों ने सबका ध्यान आकर्षित करने के लिए साड़ी पहनकर प्रदर्शन किया है।
इन तरीकों से भी किया था प्रदर्शन
सरकार और प्रशासन का ध्यान अपनी बदहाली की ओर खींचने के लिए गले में खोपड़ी पहनने से लेकर सड़क पर सांभर-चावल और मरे हुए सांप-चूहे खाने तक, इन किसानों ने कई सांकेतिक तरीकों का सहारा लिया। सूखे के कारण उनकी फसल मारी गई है। इन किसानों की मांग है कि सरकार उनके लिए सूखा राहत पैकेज जारी करे।
ये हैं किसानों की मांग
किसानों की मांगों में 40 हजार करोड़ रुपये का सूखा पैकेज, किसानों के कर्ज माफी और केन्द्र से कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग मुख्य रूप से शामिल है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, द्रमुक के कार्यवाहक अध्यक्ष एम.के स्टालिन, द्रमुक सांसद कनिमोझी समेत कई अन्य नेता किसानों के समर्थन में जंतर-मंतर आ चुके है।
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