सपा संग्राम पर आज मुलायम देंगे अपना फ़ैसला
सोमवार यानी कि आज का दिन समाजवादी पार्टी के इतिहास की दशा और दिशा दोनों बदल देगा। बता दें कि सपा में चल सियासी संग्राम पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव आज बड़ा फ़ैसला ले सकते हैं। बेटे अखिलेश यादव के बाद सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने आज एक अहम बैठक बुलाई है। सूत्रों के अनुसार मुलायम जो भी फै़सला लेंगे वह पार्टी का भविष्य पूरी तरह से बदल कर रख देगा। यदि आज मुलायम अपने बेटे का समर्थन करते है तो उन्हें अपने भाई शिवपाल यादव और विश्वास पात्र अमर सिंह का साथ छोड़ना पड़ेगा। अमर सिंह वहीं है जिन्हें अखिलेश गड़बड़ियों के लिए जिम्मेदार बता रहे हैं। वहीं दूसरी ओर यदि मुलायम ऐसा नहीं करते है तो उन्हें अपने बेटे अखिलेश के ख़िलाफ़ जाना पड़ेगा।
बता दें कि रविवार को अखिलेश यादव ने एक अहम बैठक बुलाई थी। बैठक के बाद अखिलेश ने अपने पद का उपयोग करते हुए अपने मंत्रिमंडल से चाचा शिवपाल यादव समेत चार मंत्रियों को केबिनेट से बाहर कर दिया था। इसके बाद से ही पार्टी में संग्राम और तेज हो गया। इसके बाद अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए अमर सिंह पर सीधा हमला बोलते हुए आरोप लगाया था कि वो पार्टी में कलह के लिए जिम्मेदार हैं और उनके अलावा उनके सिकी समर्थक को नहीं छोड़ेंगे। अखिलेश ने कहा था कि मैं अपने पिता का उत्तराधिकारी हूं और पार्टी को नहीं टूटने दूंगा।
रामगोपाल के बेटे ने लिखी चिट्टी
एक बार फिर सपा में चिट्ठी बम फोड़ा गया है। इस बार ये चिट्ठी फिरोजाबाद लोकसभा सीट से रामगोपाल के बेटे अक्षय यादव ने लिखी है। अक्षय ने लिखा सपा से जिस तरह मेरे पिता को निकाला गया है उससे में बेहद आहत हूं। मेरे पिता मुझ पर और मेरी पत्नी पर जो आरोप लगाए गए है वह सभी ग़लत है। अक्षय ने अपने ख़त में आगे शिवपाल सिंह पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, 2012 में जब समाजवादी पार्टी भारी संख्या में जीती तब शिवपाल सिंह जी ने अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री न बनाये जाने के लिए भरपूर कोशिश की। क्योंकि उनकी महत्वाकांक्षा थी कि वे मुख्यमंत्री बने। अक्षय ने इस चिट्ठी में शिवपाल पर आरोप लगाया है कि वे तब से लेकर अब तक लगातार साजिश रचते आ रहे है। इसके साथ ही अक्षय ने इस चिट्ठी में अखिलेश को अपना आदर्श बताया है।