कोहिनूर भारत को लौटाने को कोई लीगल ग्राउंड नहीं हैः यूके मिनिस्टर
कुछ दिनों पहले ही खबर आई थी कि मोदी कोहिनूर को ब्रिटेन से वापस लाने के लिए ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री थेल्सा से बात करने वाले हैं सरकार की कोहिनूर को वापस भारत लाने की मुहिम को झटका लगा है। ब्रिटेन के ऐशिया और पैसेफिक मामलों के मंत्री आलोक शर्मा ने बुधवार को कहा है कि उनकी सरकार का मानना है कि कोहिनूर को लौटाने को कोई लीगल ग्राउंड नहीं है। यूके मिनिस्टर ब्रेग्जि के बाद भारत आने वाले पहले ब्रिटीश मंत्री है। आलोक शर्मा ने कहा, ‘यह यूके सरकार का काफी पुराना स्टैंड हैं सरकार नहीं मानती कि कोहिनूर लौटाने का कोई भी लीगर ग्राउंड बनता है।’
इस तरह लगा ब्रिटेन के हाथ
1849 में ईस्ट इंडिया कंपनी की फौज पंजाब की हार के बाद सिख साम्राज्य के हाथें से कोहिनूर निकल कंपनी के राजकोष में चला गया। उस समय ईस्ट इंडिया कंपनी का कोष लाहौर में स्थित था। बाद में कोहिनूर को ब्रिटेन की महारानी के सुपुर्द कर दिया गया।
पहले भी हो चुकी है मांग खारिज
ऐसा नहीं है कि कोहिनूर को भारत लाने के लिए ये सरकार का पहला कदम है। सरकार इससे पहले भी इस दिशा में कदम ले चुकी हैं। इससे पहले भी 2013 में ब्रिटेन भारत की इस मांग को खारिज कर चुका है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले भी सरकार की ओर से कोहिनूर को वापस लाने के लिए बात की जानी थी।