वाजपेयी न रोकते तो सेना 1999 में ही कर देती एलओसी पार
भारत और पाकिस्तान के बीच में संबंध शुरुआत से ही अच्छे नहीं रहे हैं। वर्ष 1999 में हुए करगिल युद्ध के दौरान भी भारतीय सेना एलओसी पार करने के लिए तैयार थी लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कहने पर सेना रूक गई थी। इस बात का ख़ुलासा पूर्व आर्मी चीफ़ जनरल वीपी मलिक ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू के दौरान किया है। मलिक ने कहा,“1999 में हमारी आर्मी एलओसी पार कर पाक के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में दाखिल होने के लिए तैयार थी। लेकिन तब प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी ने ऐसा करने से मना कर दिया। इसके पीछे अंतरराष्ट्रीय दबाव था।“ बता दें कि मलिक 1999 में करगिल की जंग के वक्त सेना प्रमुख थे। मलिक ने आगे बताया कि वाजपेयी के इस फ़ैसले से सेना बहुत नाराज हुई थी।
सर्जिकल स्ट्राइक पर ये बोले मलिक
मलिक ने भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक की खुलकर तारीफ़ की। हालांकि उन्होंने आगे ये भी कहा कि पाकिस्तान एक सर्जिकल स्ट्राइक से बदलेगा नहीं। मलिक ने कहा, हमें उन पर और एक्शन लेने के लिए तैयार रहना होगा। इतना ही नहीं मलिक ने देशभर में
सर्जिकल स्ट्राइक पर हो रही राजनीति पर भी बरसे। उन्होंने कहा, ’हमें उन्हें यह बताना होगा कि राष्ट्रीय सुरक्षा की बात होने पर हमें साथ मिलकर काम करना होगा। जिन राजनेताओं को राष्ट्रीय सुरक्षा का ज्ञान ना हो, उन्हें चुप रहना चाहिए।