दूसरों के लिए जीना ही आर्ट ऑफ लिविंग: श्रीश्री के मंच से मोदी ने दिए 10 मंत्र
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग की 35वें स्थापना दिवस के मौके पर लोगों को संबोधित किया। पीएम ने कहा आर्ट ऑफ लिविंग अपने तरीके से दुनिया को जोडऩे का काम कर रहा है और भारत के असल स्वरूप से दुनिया का परिचय करा रहा है। पीएम ने दुनिया के साथ भारत के कदमताल के लिए ये 10 मंत्र दिए।
-भारत की समृद्ध परंपरा में दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ है और इसके लिए हमें अपनी ख्ूाबियों पर गर्व करना पड़ेगा।
– ये कला का कुंभ है और यहां दुनियां को समृद्ध करने वाले लोग जुटे हैं, जो संगीत और कला के माध्यम से खुशहाली ला रहे हैं।
– सुविधाओं के बीच रहना आर्ट ऑफ लिविंग नहीं बल्कि औरों के लिए जीना ही आर्ट ऑफ लिविंग है।
– इस कार्यक्रम से भारत की छवि बहुत अच्छी बनेगी। हमें हमारी इस महान विरासत पर गर्व हो तभी हम दुनिया को बहुत कुछ दे सकते हैं।
– र्आट ऑफ लिविंग के जरिए विश्व को दुनिया से पहचान कराई।
– श्रीश्री रविशंकर जी का इस बात से अभिनंदन करता हूं कि 35 साल में दुनिया के 150 से ज्यादा देशों मे इसे फैलाया।
– सॉफ्ट पॉवर अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति में अहम भूमिका निभाती है।
– हम वे लोग हैं जिन्होंने उपनिषद से उपग्रहों तक का सफर तय किया है, हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए कि कैसे हम संकटों से जूझ रहे मानव की मदद कर सकते हैं।
– परिवार हमारी ऐसी धरोहर है, जिस पर दुनिया को अचरज होता है, लेकिन इसमे खरोंच आ रही हो, तो इसे ठीक करने की खास जरूरत है।
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