फल एक फायदे अनेक
बारिश के मौसम में आसानी से उपलब्ध नाशपाती से रोगों से दूर रहा जा सकता है, इसमें विटामिन्स, खनिज, एंजाइम और फाइबर खूब पाया जाता है। एंटीऑक्सीडेंट गुण खूब होते हैं। नाशपाती में मौजूद पैक्टिन नामक घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है। आयुर्वेद के अनुसार नाशपाती पचने में हल्की, रोगी को जल्दी ऊर्जा देने वाली, प्यास बुझाने वाली और त्रिदोष नाशक है। इसमें हाइड्रोऑक्सीनॉमिक एसिड होता है, जो पेट के कैंसर को रोकने में मदद करता है। फाइबर पेट के कैंसर को बढऩे से रोकता है व बड़ी आंत को ठीक रखता है। इसमें मौजूद फोलिक एसिड ;फोलेट, गर्भवती महिलाओं के शिशुओं में न्यूरल ट्यूब दोष से बचाता है।
यह आयरन का अच्छा स्रोत है, जो हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है। एक गिलास नाशपाती का रस पीने से बुखार में जल्द आराम मिलता है। यह झुर्रियां, मुहांसे और त्वचा संबंधी अन्य समस्याओं को रोकने में मदद करता है। नाशपाती के पत्रों को पीसकर त्वचा पर लगाने से त्वचा विकारों में लाभ होता है।
नाशपाती में बोरोन तत्व होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसके सेवन से हार्ट स्ट्रोक का खतरा 50 फीसदी कम होता है व शरीर का ग्लूकोज ऊर्जा में बदल जाता है। इसमें विटामिन सी और तांबा पर्याप्त मात्रा में मिलता है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।
नाशपाती के नियमित सेवन से मोनोपॉज के बाद महिलाओं में होने वाले कैंसर का खतरा भी कम हो जाता है। मधुमेह रोगियों के लिए यह स्मार्ट नाश्ता है। इससे मीठा खाने की तलब में आराम मिलता है और पोषक तत्व भी मिल जाते हैं।
ध्यान रखें
नाशपाती को अच्छी तरह धो कर छिलके समेत चबा-चबा कर खाएंं। जल्दबाजी में बिना चबाए इसे खाने से पेट में दर्द हो सकता है। देर से काट कर रखी नाशपाती नहीं खानी चाहिए।