70% लोग चाहते हैं मोदी फिर बनें देश के पीएम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार के कामकाज को जनता ने एक बार फिर सराहा है। जनता की नजरों में नरेन्द्र मोदी की छवि अभी भी कायम है, जो मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले थी। हालांकि काले धन जैसे कुछ वादों पर अमल में देरी से लोगों में थोड़ी निराशा भी दिखी है, लेकिन ज्यादातर लोगों का मानना है कि दो साल के कामकाज के आधार पर ये धारणा बनाना ठीक नहीं है। पीएम मोदी के साथ उनके पांच रत्नों को भी लोगों ने पसंद किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक करीब 70 फीसदी लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी को देश का दोबारा पीएम बनते हुए देखने की इच्छा व्यक्त की है।
जनता का जुडा़व रहा अहम पहलू-
इनमें सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह,सुरेश प्रभु, मनोहर पार्कीकर, अरूण जेटली शामिल हैं। इनमें सबसे बेहतर प्रदर्शन सुषमा स्वराज का है। यह रिपोर्ट रिसर्च के क्षेत्र में काम करने वाली सीएमएस एजेसी ने जारी की है। इसके मुताबिक यह रिपोर्ट नरेन्द्र मोदी और उनके मंत्रियों के कामकाज और पब्लिक से जुड़े तमाम बिंदुओं के आधार पर तैयार की गई है। इस दौरान पीएम मोदी के कामकाज को जिन बिन्दुओं के आधार पर परखा गया है , उनमें उनका जनता से जुड़ाव और देश की छवि सबसे प्रमुख पहलू रहा है।
इन बातों को जनता ने किया पसंद-
– प्रधानमंत्री के मन की बात को देश के करीब 57 फीसदी लोगों ने पसंद किया। इनमे वे दक्षिण भारतीय लोग भी शामिल हैं जो हिंदी नहीं जानते।
– प्रधानमंत्री के जिन विदेशी दौरे पर विपक्ष सबसे ज्यादा हमले बोलता है , उस देश के करीब 69 फीसदी लोगों ने सराहा है।
– रिपोर्ट में पीएम मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की भी काफी तारीफ हुई है।
– सबसे खराब प्रदर्शन खाद्य एंव आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान का बताया गया है। जिन्हें रैंकिंग में माइनस 2.7 ग्रेड मिली है।
किस मंत्री की क्या रही फाइनल ग्रेड-
सुषमा स्वराज- 8.2
राजनाथ सिंह- 6.4
सुरेश प्रभु- 6.3
मनोहर पार्कीकर – 5.7
अरूण जेटली- 5.3
नितिन गडकरी- 4.3
वैंकया नायडू- 1.4
स्मृति ईरानी- 1.3
पीयूष गोयल- 0.9
ध्यामेन्द्र प्रधान- 0.8
सदानंद गौड़ा- 0.4
चौधरी विरेन्द्र सिंह- 0.4
थावरचंद गहलोत- 0.3
प्रकाश जावडेकर- 0.2
जेपी नड्डा- 00
राधा मोहन सिंह- -1.3
बंगारू दत्तातेय- -1.4
रामविलास पासवान- -2.7
मोदी के छह मंत्रियों को छोड़ जनता में बाकी की छवि बेहद खराब-
मोदी की छवि जनता के बीच अभी भले बुलंदियों पर है, लेकिन उनके छह मंत्रियों को छोड़ दें, तो ज्यादातर मंत्रियों की छवि जनता में बेहद खराब है। रिपोर्ट के अनुसार जिन छह मंत्रियों की छवि बेहतर है , उनमें 63.9 फीसदी लोगों ने सुषमा स्वराज को , 50 फीसदी लोगों ने राजनाथ सिंह को, 48 फीसदी लोगों ने सुरेश प्रभु को, 46.8 फीसदी लोगों ने मनोहर पार्कीकर को , 39.7 फीसदी लोगों ने अरूण जेटली और 32 फीसदी लोगों ने नितिन गडकरी के पक्ष में अच्छी राय दी है। मंत्रालयों में सबसे अच्छी छवि रेलवे की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार जनता के जिन मंत्रालयों के कामकाज को सबसे ज्यादा सराहा है, उनमें रेल मंत्रालय पहले नंबर पर है।
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