हनीट्रैप के जरिए भारत की जासूसी कर रहा है पाक, पढ़िए इसका इतिहास
अहमदाबाद. एटीएस ने कच्छ से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। अब इस गिरफ्तारी के मामले में एक बड़ा खुलासा सामने आया है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने इन्हें फांसने के लिए हनीट्रैप बिछाया था। दोनों को एक पाकिस्तानी महिला के जरिए हनीट्रैप में फंसाया गया। फिर उनसे पाकिस्तान के लिए जासूसी कराई जाने लगी।
दोनों कथित जासूसों को पड़ोसी देश की सीमा से सटे कच्छ जिले से गिरफ्तार किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ’एटीएस को कच्छ के खावड़ा गांव के दो निवासियों पर पाकिस्तान के आईएसआई के जासूस के तौर पर काम करने का संदेह था और उन पर पिछले एक वर्ष से करीबी निगाह रखी जा रही थी।’
क्या होता है हनीट्रैप
हनीट्रैप महिलाओं के जरिए खुफियां जानकारियां निकलवाने का एक तरीका है। इसके तहत महिलाएं पहले दोस्ती कर अपनी बातों और हुस्न के जाल में लोगों को फंसाकर जानकारियां जुटाती हैं। हनी ट्रैप को हॉलीवुड और बॉलीवुड की कई फिल्मों में भी दिखाया गया है।
क्या है इतिहास
केस नं – पाकिस्तान द्वारा भारत में हनीट्रैप बिछा जासूसी कराने का यह कोई पहला मामला नहीं है। पहले भी पाकिस्तान ऐसा करता आया है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट भारतीयों को हनीट्रैप में फंसाकर सीक्रिट सूचनाएं हासिल करने की कोशिश करते रहे हैं। पिछले साल भटिंडा एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात एक जवान रंजीत केके को जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। रंजीत कई साल से सोशल मीडिया पर दामिनी मैकनॉट नाम की एक महिला के संपर्क में था। दरअसल यह एक हनीट्रैप था।
केस नं – जुलाई 2012 में भारतीय सेना के अफसर के बांग्लादेशी महिला के साथ ऑनलाइन चैट के कुछ रिकॉर्ड मिले थे। भारतीय सेना के 82वीं बख्तरबंद रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर राजस्थान में तैनात अधिकारी से शीबा नाम की जिस महिला ने संपर्क साधने की कोशिश की थी उसके संबंध पाकिस्तान के ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई से होने की बात सामने आई थी। हालांकि सेना द्वारा की गई जांच में अधिकारी को बाद में क्लीन चिट दे दी गयी थी।
केस 3 – भारतीय सेना के इन्फेंट्री यूनिट में कार्यरत एक अधिकारी को गर्मियों में एक कोर्स के लिए बांग्लादेश के ढाका शहर में भेजा गया था। जहां एक महिला ने इस अधिकारी को कुछ आपत्तिजनक वीडियो क्लिप दिखाई। उस क्लिप में सेना का अधिकारी उस महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में नजर आ रहा था। महिला के उस वीडियो के सहारे अधिकारी को काफी ब्लैकमेल करने की कोशिश की गयी। बाद में अधिकारी ने सेना में सूचना दी जिसके बाद उसे तुरंत भारत वापस बुला लिया गया। बाद में सेना ने उस पर कोर्ट ऑफ़ इंक्वाइरी चलाई।
केस 4 – हनी ट्रैप के मामले में पुरुष ही नहीं महिलाएं भी शिकार हो चुकी हैं। माधुरी गुप्ता नामक महिला अधिकारी जो कि पाकिस्तान में भारतीय दूतावास में प्रेस एंड इनफार्मेशन विंग में सेकंड सेक्रटरी के पद पर कार्यरत थी। उसके संबंध पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के अफसर मुद्दसर राणा से होने की बात सामने आई थी। मामले की जानकारी होने के बाद भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ ने उन्हें तुरंत भारत बुलाकर गिरफ्तार कर लिया।