राहुल के बयान पर विवाद,खून की दलाली’ कहकर देश का अपमान- अमित शाह
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को किसान यात्रा के समापन के मौके पर पीएम मोदी पर जमकर हमला किया था। राहुल ने कहा था कि प्रधानमंत्री जवानों के खून के पीछे छिप रहे हैं और उनके खून की दलाली कर रहे हैं। राहुल के इस विवादित बयान का जवाब देने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों ने सेना का किया अपमान। सेना की सफलता को राजनैतिक रूप देने वालों की निंदा करता हूं। सेना पर शक करना दुर्भाग्यपूर्ण।
अमित शाह की कही बातों के मुख्य अंश..
-सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जिस तरह से देश की मीडिया ने भारतीय सेना की सराहना की उससे सेना का मनोबल बढ़ा है मीडिया ने आतंकी ठिकानों को लेकर पाकिस्तान को एक्सपोज किया है। जब सर्जिकल स्ट्राइक पर कुछ लोगों ने सवाल उठाए तो खोजी पत्रकारों ने सरहद के उस पार की सच्चाई सामने लाई। कुछ पार्टी ने सर्जिकल पर सवाल खड़ा किया। मैं बीजेपी के तरफ से सभी के सवाल खड़े करने वालों की निंदा करता हूं। जिन्होंने सेना का अपमान किया।
-केजरीवाल ने सबसे पहले स्ट्राइक के सबूत मांगे थे। आपने सोशल साइट पर देखा हो कि पाक में ट्रेंड कर केजरीवाल। केजरीवाल पाकिस्तान में हिट हो गए हैं।
-कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अब सारी हद पार कर दी। उन्होंने गुरूवार को कहा था कि प्रधानमंत्री जवानों के खून के पीछे छिप रहे हैं और उनके खून की दलाली कर रहे हैं। जिसमें मैं राहुल से पूछना चाहता हूं कि शहादत की कैसे दलाली होती है? राहुल को बड़े मुद्दों पर बयान देने की बजाय आलू की फैक्ट्री पर ध्यान देना चाहिए। उनकी किसानों पर समझ आलू की फैक्ट्री तक ही सीमित है। उनकी बातों को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।” क्या जवानों के खून का कोई मोल नहीं। राहुल ने देश के जवानों-देश का अपमान किया। सोनिया राहुल के बयान पर रूख बताए।
-हम बयानों पर नहीं, सेना की बुलेट पर भरोसा करते हैं। हमारी सरकार हर मौके पर सेना के साथ खड़ी है। इस पर राजनीति नहीं करनी नहीं चाहिए। कांग्रेस हम पर राजनीति का करने का आरोप लगा रही है। 1971 लड़ाई के बाद अखबार खोल कर देख लें हमारे नेताओं ने कोई बयान नहीं दिया। राहुल को बड़े मुद्दों पर बयान देने की बजाय आलू की फैक्ट्री पर ध्यान देना चाहिए।
-अगर सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई है तो पाकिस्तान की संसद का विशेष सत्र क्यों बुलाया गया। पाक पीएम क्यों लगातार इस्लमाबाद में बने हुए हैं
18 सितंबर को उड़ी में सीमा पार से आए 4 आतंकियों ने आर्मी हेडक्वार्टर पर हमला किया था, जिसमें 19 जवान शहीद हुए थे। हमले के 10 दिन बाद 29 सितंबर को भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। कमांडो रेंगते हुए PoK में घुसे और 4 इलाकों में आतंकियों के 7 कैम्प तबाह कर दिए। इस दौरान 38 आतंकी मारे गए।हालांकि पाकिस्तान लगातार इससे इनकार करता आ रहा है।