कितनी निर्भया, एक और कांड बिहार में मोतिहारी में
By Naina Yadav
बड़ी तकलीफ होती है..जब हम किसी भी स्त्री,महिला,युवती,बच्ची के साथ दुष्कर्म होने की खबर पढ़ते या सुनते हैे.. हालांकि पत्रकारिता के क्षेत्र में तो ये हमारा काम ही है..और रोज ऐसी जाने कितनी खबरों से वास्ता पढता है..निर्भया जैसे कांड पर गुस्सा,रोष, पीड़ा भी होती है…आरोपियों को कोसते भी हैं..और जिम्मेदारों द्वारा गंभीरता दर्शाए जाने के नाटक और आश्वासन की लौलीपॉप के बाद आशावादी बन कर बैठ जाते हैं.. लगता है हमारे सो कॉल्ड जिम्मेदार जितने गंभीर टुच्ची टाइप के मसलों पर हैं.. उनकी नजरों में ऐसे मसले ज्यादा नहीं तो 10-20 % तो गंभीर होते ही होंगे… लेकिन जब बिहार के मोतिहारी की खबर सुबह पढ़ी तो फिर सिहर उठी.. सोचा जाने दो ये तो रोज का है..अब तो जैसे आम बात है..(जिम्मेदारों के लिए तो आम ही है) लेकिन बार बार दिमाग में आ रहा था कि कैसे कुछ बदमाश एक लड़की काे उसके घर से खींचकर बीच सड़क पर ले गए और वहीं उसके साथ रेप को अंजाम दिया…इतना ही नहीं हैवानों ने लड़की के निजी अंग में बंदूक की नली और लकड़ी डाल दी..और दरिंदगी और हैवानियत की सारी हदें पार कर दी..और छोड़ दिया….. तड़पने को… अब हमारे प्रिय अभिनेता जी को कैसा फील हो रहा होगा..जाहिर है उस लड़की के जैसा तो ये सोच भी नहीं सकते… और बाकी सबको तो बयानबाजियों से,एक दूसरे की टांग खींचने से, मंहगाई पर हल्ला मचाने से, काले धन का राग आलापने से, केंद्र सरकार या विपक्ष की कमियांं निकालने से फुरसत तो मिले.. वरना ठीक है ये तो आम है… लेकिन ये मामला खास है..यहां लड़की ने खुद को बचाने की पूरी कोशिश की थी..पहले जब रेप की कोशिश दबंग आरोपी ने की थी तो ब्लेड से उसका प्राइवेट पार्ट कार्ट दिया था लड़की ने… शायद पुरुषत्व को यहां जरुर तकलीफ होगी..अब इस मामले की अलग कहानियां बनेंगी… कोई ना… मेरा देश बदल रहा आगे बढ़ रहा है…विकासशील भारत की जय हो…
(नैना यादव : वरिष्ठ पत्रकार IBN7)