18 जुलाई, 1857 के दिन देश की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी ‘मुंबई युनिवर्सिटी’ स्थापित हुई थी। इससे पहले इस यूनिवर्सिटी का नाम बॉम्बे यूनिवर्सिटी था। 1996 में जिसे महाराष्ट्र सरकार ने बॉम्बे से मुंबई नाम कर दिया था जिसके बाद से यह बॉम्बे यूनिवर्सिटी से मुंबई यूनिवर्सिटी हो गई। मुंबई यूनिवर्सिटी आज वुड्स एजुकेशन डिस्पैच का ही परिणाम हैं। वुड्स एजुकेशन डिस्पैच जिसके अंदर पढ़ाई को लेकर नियम बनाए गए थे जिसमें कॉलेज लेवल पर यह नियम था कि यहां पर सिर्फ इंग्लिश मीडियम में ही पढ़ाई होगी। उस समय सर चार्ल्स वुड बोर्ड ऑफ कंट्रोल ऑफ इस्ट इण्डिया कंपनी के प्रेसीडेंट थे, उन्होंने भारत में पढ़ाई के स्तर को बढ़ाने के लिए इस तरह का नियम बनाया था।
शुरूआत में मुंबई युनिवर्सिटी में सिर्फ अंडर ग्रेजुएट लेवल पर ही पढ़ाई हेती थी। समय के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल पर भी पढ़ाई शुरू कर दी। आज मुंबंई यूनिवर्सिटी दुनिया के टॉप 500 में गिनी जाती है। कई बडे़-बडे़ कॉलेज मुंबंई युनिवर्सिटी से एफिलिएटेड हैं जैसे सेंट जेवियर्स कॉलेज। मुंबंई यूनिवर्सिटी देश की मेट्रोपोलिटियन सीटी के कैंपस में सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी गिनी जाती हैं।मुंबई यूनिवर्सिटी को नेक (नेशनल एसेसमेंट एण्ड एक्रेडिशन काउंसिल) की तरफ से 5 स्टार मिल चुके हैं।
मुंबई युनिवर्सिटी के 3 मेन कैंपस है-फोर्ट कैंपस, रतनागिरी कैंपस, और कलिना कैंपस। फोर्ट कैंपस 1857 में स्थापित हुआ था। यह कैंपस युनिवर्सिटी का एडमिनिसट्रेटीव डिपार्टमेंट को हेंडल करता है। प्रसिद्ध राज बाई चौक भी यहीं पर स्थापित है।
कैंपस के बारे में-
रतनागिरी कैंपस छोटा कैंपस है जहां पर एक्ट्रा करिकुलर एक्टीविटीज होती है जैसे स्पोर्टस और आटर्स। यह कैंपस रतनागिरी में ही हैं।
कलिना कैंपस यह फोर्ट और रतनागिरी दोनों कैंपस से काफी बड़ा है जो मुंबई के बीच में स्थित हैं। इस कैंपस में कई प्रकार के डिपार्टमेंट्स हैं जैसे- डिपार्टमेंट ऑफ इंजीनियरिंग, साइंस, टेक्नोलॉजी,कॉमर्स, मेडिसीन, रेडियो जॉकी और भी कई सारे। डिस्टेंट एजुकेशन एण्ड लैंग्वेजेस का डिपार्टमेंट भी यहीं है। इन सबके अलावा कलिना कैंपस पब्लिक लाइब्रेरी के लिए भी जाना जाता जो जवाहर लाल नेहरू लाईब्रेरी के नाम स्थापित हैं।
अनसुने किस्से मुंबई युनिवर्सिटी के बारे में-
मुंबई यूनिवर्सिटी का मॉडल यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से प्रेरित करता हुआ प्रतीत होता हैं।
गिलबर्ट स्कॉट ने इसका डिजाइन तैयार किया था, यह 15वीं शताब्दी का इटेलियन भवन जैसा दिखता हैं।
इस यूनिवर्सिटी में सिर्फ भारतीय नागरिक ही एडमिशन ले सकते हैं।
मुंबई यूनिवर्सिटी में पोस्ट ग्रेजुएशन के दो कैंपस है। 354 कॉलेज इस यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड है।
मुंबंई यूनिवर्सिटी, बिजनेस इनसाइडर सर्व के तहत दुनिया का 41वां बेस्ट इंजीनियरिंग कॉलेज है।