सरकार की नौकरी की फ़िराक़ छोड़ शायरी के मैदान में कूद पड़े थे गोरखपुरी By Ravi Namdev on August 28, 2016 at 1:04 PM Share This Story Previous page Previous page Next page Next page 5 of 10 Tags: Firaq GorakhpuriRaghupati Sahayगुल-ए-नग़माज्ञानपीठ पुरस्कारफ़िराक़ गोरखपुरीरघुपति सहाय ताजा अपडेट के लिए Youthens News के फेसबुक पेज को लाइक करे... Related News साइंस की पढ़ाई छोड़ बने कवि, फिल्मों की तरह बनाते हैं कविता