पहली बार कर रहे हैं फ्लाइट में सफ़र, तो जान लें ये बातें
एयरपोर्ट गेट पर सिक्युरिटी फोर्स मेंबर को फ्लाइट टिकट और अपना आइडेंटिटी कार्ड दिखाएं।
सिक्युरिटी चेकिंग के बाद आपको अंदर जाने की इजाज़त दी जाएगी।
इसके बाद आपको बैग्स एक्स-रे स्क्रीनिंग काउंटर पर अपने लगेज की चेकिंग करवानी होती है।
सिक्युरिटी मेंबर आपके बैग पर एक स्टिकर लगा देगा। यह स्टिकर इस तरह से लगाया जाता है कि इसे हटाए बिना बैग खोलना मुश्किल होता है। इसलिए स्टिकर लगने के बाद बैग न खोलें।
एयरपोर्ट पर सभी एयरलाइन्स के काउंटर बने होते हैं। जिस एयरलाइन्स से आपकी बुकिंग है, उसके काउंटर पर जाएं और टिकट दिखाएं।
स्टाफ मेंबर आपकी आईडी चेक करने के बाद बोर्डिंग पास देगा। इसका मतलब है कि अब आप प्लेन में बैठने के लिए तैयार हैं। आप चाहें तो विंडो सीट की डिमांड कर सकते हैं।
इसके बाद चेक-इन काउंटर पर आपको सिक्युरिटी जांच से गुजरना होगा। यहां बोर्डिंग पास और आईडी कार्ड दिखाने के बाद आपकी तलाशी ली जाएगी। जो बैग आप अपने पास रखना चाहते हैं, उसे साथ रखिए। बाकी बैग एयरपोर्ट स्टाफ को सौंप दीजिए। वजन तौलने के बाद टैग लगाकर इसे फ्लाइट के कार्गो सेक्शन के लिए भेज दिया जाएगा। लैंडिंग के बाद एयरपोर्ट पर ये बैग आपको सौंप दिया जाएगा।
इसके बाद आपके मोबाइल, लैपटॉप और वॉलेट के अलावा बॉडी स्कैनिंग भी की जाएगी।
सिक्युरिटी मेंबर चेकिंग के बाद आपके बोर्डिंग पास पर स्टाम्प लगाएगा और आपके हैंडबैग पर टैग भी लगाया जाएगा।
बोर्डिंग पास पर बताए गए एंट्री गेट की तरफ मूव कीजिए। पास पर ही आपका फ्लाइट और सीट नंबर भी मेंशन होता है।
टेकऑफ से आधे घंटे पहले टर्मिनल गेट खोला जाता है। यहां आपको एक बार फिर बोर्डिंग पास और हैंडबैग चेक करवाना होगा।
कई बार प्लेन टर्मिनल गेट से दूर खड़ा होता है। ऐसे में आपको बस से प्लेन तक ले जाया जाएगा। या फिर प्लेन ऐरोब्रिज से जुड़ा होता है, जिसके जरिए डायरेक्ट एंट्री की जाती है। आगे की स्लाइड में जानिए फ्लाइट में बैठने के बाद किन बातों का ध्यान रखना चाहिए –