कतर गए स्मृति के पर या है उन्हें फैलाने की तैयारी ?
मंगलवार को मोदी सरकार के कैबिनेट में हुए बड़े बदलाव चर्चा का विषय बने हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा चर्चा स्मृति ईरानी की हो रही है जिन्हें एचआरडी मिनिस्टर से हटाकर टेक्स्टाइल मिनिस्टर बना दिया गया है। ये निर्णय बेहद चौंकाने वाला रहा है। हर तरफ बस इस चर्चा का शोर है कि स्मृति ईरानी के पर कतर दिए गए हैं। लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुमान कुछ और ही कहता है। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि ये स्मृति ईरानी के पर कतरने का नहीं बल्कि उनके पर को और भी ज्यादा फैलाने का इंतजाम किया गया है।
Extended best wishes to @PrakashJavdekar ji who assured that he will build upon the initiatives undertaken by @HRDMinistry in last 2 years.
— Smriti Z Irani (@smritiirani) July 6, 2016
यूपी की कमान सौंपने की तैयारी
सियासी जानकारों की मानें तो स्मृति ईरानी यूपी में बीजेपी का चेहरा हो सकती हैं। उन्हें यूपी चुनाव प्रचार की कमान सौंपी जा सकती है। अगर प्रियंका गांधी कांग्रेस के लिए प्रचार का जिम्मा संभालती हैं तो बीजेपी की ओर से स्मृति ईरानी उसका जवाब होंगी। बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव में स्मृति ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गईं थीं। फिर भी उन्होंने राहुल के खिलाफ मजबूती से चुनाव लड़ा था। यही वजह था कि उन्हें मानव संसाधन जैसे महत्वपूर्ण विभाग से नवाजा गया था।
Congratulated @santoshgangwar ji for his contribution to @TexMinIndia & thanked him for assuring his support as I begin my new assignment.
— Smriti Z Irani (@smritiirani) July 6, 2016
अमेठी में अच्छी पकड़
हार के बावजूद स्मृति ईरानी ने अमेठी से अपना रिश्ता जोड़े रखा और लगातार यहां आती रहीं हैं और लोगों से मुलाकात करती रहीं है। एक तरह से कहा जाए तो उन्होंने कांग्रेस के गढ़ में अपनी अच्छी पकड़ बना ली है। गौरतलब है कि सपा के पास अखिलेश दमदार चेहरा है तो बसपा के पास मायावती जैसा दमदार चेहरा, लेकिन बीजेपी और कांग्रेस को अभी भी उसकी तलाश है। ऐसे में स्मृति ईरानी की यूपी में उपस्थिति उसे एक चेहरा दे सकती है।