आप भी मेट्रो सिटी में रहते हैं, तो तुरंत कराएं किडनी चेकअप
अभी तक आम धारणा थी कि जो लोग ज्यादा शराब पीते हैं उनका लिवर और किडनी खराब हो जाती है। लेकिन अब जो लोग बड़े शहरों में या उनके आसपास भी रह रहे हैं तो भले ही वे शराब पीते हों या नहीं उनकी भी किडनी खराब हो सकती है। डॉकटर्स की एक नई रिसर्च में यह खुलासा किया गया है कि धूल-धुंआ और जहरीली गैसों से घुली शहरी हवा सांस के साथ शरीर के अंदर जाकर मेंब्रेनस नेफ्रोपैथी यानि किडनी को नुकसान पहुंचाती है।
लगातार दूषित हवा सांस के अंदर जाते रहने से किडनी फेल हो जाती है। डॉकटरों का कहना है कि इससे पहले जितनी भी रिसर्च हुईं थीं उनसे सिर्फ सांस और दिल की बीमारियां ही होती थीं, लेकिन नई रिसर्च से मिली जानकारी ने मेडिकल साइंटिस्ट और इनवायरमेंटल साइंटिस्टों की नींद उड़ा दी है।
इसमें सबसे खतरनाक बात ये है कि मेंब्रेनस नेफ्रोपैथी यानि दूषित हवा से किडनी खराब होने की ये बीमारी बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सबको एक जैसा असर डालती है। जर्नल ऑफ अमेरिकन सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी ने कहा है कि अभी सिर्फ चीन में स्टडी की गई है, लेकिन अगला नंबर भारत का है। कयोंकि चीन के बाद सबसे ज्यादा जनसंखया घनत्व और प्रदूषित देशों में भी भारत सबसे ऊपर है।