गुरप्रीत ने दी भारतीय फुटबॉल टीम को जीत की नई परिभाषा
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युवा फुटबॉलर्स को विदेशों में बेहतर तरीके से खेलने की नसीहत देने वाले चंडीगढ़ के फुटबॉलर गुरप्रीत सिंह संधू भी अब सभी के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। इंटरनेशनल मैच फ्रेंडली मैच में उनके दमदार प्रदर्शन से भारतीय फुटबॉल टीम जीतने में कामयाब हो पाई है। इंडियन फुटबॉल टीम ने 4-1 से प्यूर्टो रिको टीम को हरा दिया।
जीतना मुश्किल था लेकिन नामुमकिन नहीं
मुंबई के अंधेरी स्पोर्टस कॉम्पेलेक्स में भारत को शुरुआती मिनटों में ही गोल झेलना पड़ा। प्यूर्टो रिको के इमानुएल सांचेल ने सातवें ही मिनट में गोल कर भारत पर दबाव बना दिया था। ये देखकर लग रहा था कि भारत की जीत मुश्किल है। लेकिन उम्मीद थी कि ये जीत
नामुमकिन नहीं है। पूर्व कप्तान सुनील छेत्री ने मेहमानों पर लगातार हमले किए। इस तरह भारत को पहली सफलता 18 वें मिनट में मिली। नारायण दास ने यहां फ्री किक पर गोल कर टीम का खाता खोला और इसी के साथ छेत्री ने 26 वें मिनट शानदार किक के दम पर टीम को बढ़त दिला दी। देखते ही देखते 32 वें मिनट में भारत की टीम के लिए तीसरा और खुद का दूसरा गोल कर दिया और स्कोर 3-1 हो गया।
आधे समय तक तो यही स्कोर चला लेकिन फिर इसमें अचानक बदलाव तब आया, जब मेहमान और जैकिचंद सिंह ने दाव खेला। शुरुआत में तो वे भी कमजोर लग रहे थे लेकिन 58 वें मिनट में उन्होंने एक गोल कर दिया। इस गोल के साथ उन्होंने प्यूर्टो रिको की टीम की परेशानी बढ़ा दी। प्यूर्टो रिको ने गोल करने की काफी कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हो पाएं।
वैसे इस मैच में सभी की नज़रें टीम के कप्तान गुरप्रीत सिंह पर अटकी हुई थी । हालांकि पहले तो उन्होंने चयनकर्ताओं और अपने फैंस को निराश कर दिया था लेकिन थोड़ी देर बाद उन्होंने अपने प्रदर्शन से गेम को बदलकर रख दिया। टीम को जीत दिलाने में उनकी अहम भूमिका रही।
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