ISRO गुरूवार को छोड़ेगा छठा नेविगेशन उपग्रह IRNSS-1F
चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के छठे नेविगेशन उपग्रह IRNSS-1F का प्रक्षेपण गुरुवार शाम 4 बजे PSLV C-32 से किया जाएगा। इसरो के अधिकारियों ने कहा कि मिशन तैयारी समीक्षा समिति और प्रक्षेपण अधिकारी प्रदाता बोर्ड ने इसकी उल्टी गिनती को मंजूरी दी थी। जिसके तत्काल बाद बुधवार को साढ़े 54 घंटे का काउंटडाउन शुरू हो गया और फिलहाल यह सामान्य तरीके से चल रहा है।
यह है इसका उद्देश्य
ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) C-32 यहां से करीब 110 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा के स्पेसपोर्ट में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से IRNSS-1F को लेकर उड़ान भरेगा। जिसका उद्देश्य अमेरिकी ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम के अनुरूप सही नेविगेशन सुविधा देना है।
चार ग्रह होंगे पर्याप्त
इसरो भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन उपग्रह प्रणाली (IRNSS) के तहत पांच उपग्रहों का प्रक्षेपण कर चुका है। इसरो के एक अधिकारी ने कहा कि IRNSS प्रणाली का परिचालन शुरू करने के लिए चार उपग्रह पर्याप्त होंगे, वहीं बाकी तीन इसे और अधिक सटीक और सक्षम बनाएंगे।
होंगे और सटीक व सक्षम
अधिकारी ने बताया कि चार उपग्रहों के प्रक्षेपण के साथ हम 18 घंटे तक नेविगेशन प्रदान करने में सक्षम थे। लेकिन पांचवें प्रक्षेपण के बाद हमारी क्षमता 20 मीटर तक सटीकता के साथ 24 घंटे की हो गयी। छठा उपग्रह IRNSS-1F और सातवां उपग्रह IRNS-1G इस मामले में और सटीक तथा सक्षम होंगे।
बनाई है यह योजना
इसरो के वैज्ञानिकों ने सभी सात नेविगेशन उपग्रहों को मार्च 2016 तक कक्षा में स्थापित करने की योजना बनाई है। इस लिहाज से इस श्रृंखला का अंतिम उपग्रह इस महीने के अंत में भेजा जा सकता है।
Towards Self Reliance in Navigation-IRNSS: https://t.co/GrRhCnoxnC pic.twitter.com/HDxAIAF2PL
— ISRO (@isro) February 16, 2016
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