बुजुर्गों के साथ ट्रेवलिंग… जरा संभलकर
अगर आप कहीं घूमने का प्लान क रहे हैं और इन छुट्टियों में बच्चों के साथ-साथ अपने बुजुर्ग मम्मी-पापा को भी ले जाने वाले हैं, तो फिर प्लानिंग थोड़ी संभलकर करनी होगी। क्योंकि बच्चे और बुजुर्ग दोनों की सेहत का ख्याल रखना मुश्किल हो जाता है। खासकर सैर सपाटे में तो मुश्किलें और बढ़ ही जाती हैं, क्योंकि इन दोनों को ही थोड़ी एक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है।
डॉक्टर्स से कराएं चेकअप-
कहीं भी घूमने का प्लान बनाने से पहले अपने फैमिली डॉक्टर से एक बार कंफर्म कर लें कि आपके साथ यात्रा पर जाने के लिए आपके बुजुर्ग पैरेंट्स स्वस्थ है या नहीं। उनको कहीं कोई मेडिकल प्रॉब्लम तो नहीं है।
मेडिसिन रखें साथ-
बुजुर्ग के डेली लाइफ में यूज होने वाली मेडिसिन हमेशा साथ लेकर चलें। डायबिटिक के लिए इंसुलिन इंजेक्शन भी साथ रखें। जिससे आप कहीं भी घूमने निकले तो किसी भी तरह की असुविधा न हो।
डिस्काउंट का पता कर लें-
सीनियर सिटीजन को यात्रा मे कई तरह की सुविधाएं भी मिलती हैं। अगर आप कहीं एयर ट्रेवल कर रहे हैं, तो इसके बारे में पता कर लें।
व्हीलचेयर की लें मदद-
अगर आप एयर ट्रेवल करने का प्लान कर रहे हैं और आपके साथ सीनियर सिटीजन भी हैं तो इस संबंध में एयरलाइन्स से पहले ही पता कर लें। इससे सीनियर सिटीजन को प्लेन की सीढिय़ां चढऩे में असुविधा नहीं होगी।
बोर्डिंग में लें प्रायोरिटी-
बुजुर्गों के साथ आपको एयर बोर्डिंग में भी छूट मिल सकती है। इसका मतलब ये है कि आपको लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। आप एयर ऑथेरिटी को पहले से इस बारे में बता सकते हैं।
रूल्स न करें ब्रेक-
बुजुर्ग के साथ ट्रेवल कर रहे हैं तो ट्रेफिक नियमों का ज्यादा ध्यान रखना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। क्योंकि वे नियमों के बेहद पाबंद होते हैं। अगर उनके साथ रूल्स को ब्रेक किया तो वे नाराज हो सकते हैं। इसके अलावा अगर आप कार ड्राइव करें तो हमेशा सीट बेल्ट पहनकर ही गाड़ी चलाएं। कभी भी जल्दबाजी में कोई शॉर्ट प्लान न बनाएं।
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