मिलिए इस महिला ट्रक मैकेनिक से जो चुटकियों में बदल देती है टायर
तस्वीर में आपको जो महिला दिखाई दे रही है इनका नाम शांति देवी हैं। शांति देवी की ख़ास बात यह है कि यह चुटकियों में ट्रकों को ठीक कर देती हैं। दिल्ली के बाहरी इलाके में नेशनल हाइवे 4 पर संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर डिपो है जहां आपको शांति देवी ट्रकों के बीच काम करती दिखेंगी। शांति देवी का यह काम बताता है कि आज के दौर में महिलाएं हर वो काम कर सकती है जिसे पुरुष करते हैं। संभवतः यह शांतिदेवी देश की पहली ऐसी महिला है जो ट्रक मैकेनिक का काम करती हैं।
केन्द्रीय मंत्री ने भी शांति देवी के काम को सराहा
हाल ही में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने ट्विटर के ज़रिए शांति देवी के काम की सराहना की थी। अपने ट्वीट में केंद्रीय मंत्री ने कहा था, ’हम सब सुनते हैं कि महिलाओं को कौन-कौन से काम करने चाहिए लेकिन 55 साल की शांति देवी ने उन सभी नॉर्म्स को तोड़ दिया है और वह ट्रक मैकेनिक के रूप में काम कर रही है। लैंगिक भेदभाव को खत्म करने के लिए हमें शांति देवी जैसी और साहसी महिलाओं की जरूरत है।’
सिलाई और बीड़ी बनाने का काम कर चुकी हैं शांति देवी
शांति देवी के लिए यह सफर बहुत आसान नहीं था। शान्ति ने बताया कि वह एक गरीब परिवार से थी जिसकी मां पेट पालने के लिए मेरी मां बहुत मेहनत किया करती थी। मां को काम करते देख मेरी हिम्मत भी बढ़ी। शान्ति ने सबसे पहले सिलाई और बीड़ी बनाने का काम किया। जिसके जरिए वो 4,500 रुपए जमा करने में कामयाब हुईं और अपनी शादी कर ली।
पति को है शांति देवी पर गर्व
ज़्यादा से ज़्यादा कमाई करने के लिए शांति देवी ने ट्रक ठीक करने का काम सीखा। शांति देवी के इस काम में उनके दूसरे पति राम बहादुर ने उनकी काफी मदद की। आज शान्ति देवी पति के साथ डिपो में पिछले 20 साल से भी ज्यादा समय से ट्रक ठीक करने का काम कर रही हैं। पति राम बहादुर को शान्ति देवी पर गर्व होता है। वह कहते हैं कि आज पत्नी की कमाई की वजह से उनके पास घर है। बच्चे पढ़-लिख गए और उनकी शादी हो सकी।
बता दें कि शांति देवी ने रामबहादुर के साथ दूसरी शादी की है। उनकी पहली शादी जिस शख्स के साथ हुई थी उसकी मौत हो चुकी है। शांति देवी के अनुसार उनका पहला पति बहुत शराब पीता था। इतना ही नहीं वह जो भी कमाती थी, उनका पति शराब पीने में उड़ा देता था। शराब पीने की वजह से शान्ति देवी के पति की मौत हो गई थी।