बुरहान वानी को शहीद बताने के लिए था पाक सरकार पर दबाव : खोखर
कश्मीर में सेना से मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल कमांडर बुरहान वानी को शहीद कहे जाने को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। पाकिस्तान के पूर्व विदेश सचिव रियाज हुसैन खोखन ने चीन की राजधानी बीजिंग में बताय कि उन पर बुरहान वानी को ‘शहीद’ कहे जाने का भारी दबाव था। जानकारी मुताबिक खोखर ने शनिवार को कहा कि कश्मीर घाटी में मारे गए आतंकी की याद में 19 जुलाई को काला दिवस मनाने से जुड़े पाकिस्तान के फैसले के पीछे भी दबाव की राजनीति ही काम कर रही थी।
लोगों के दबाव ने बदला सरकार का रूख
उन्होने बताया कि शुरूआत में इस घटना पर हमारी प्रतिक्रिया काफी सधी हुई थी। लेकिन बाद में पाकिस्तानी मीडिया और लोगों की प्रतिक्रिया और उनके भावनात्मक रवैये का देखकर सरकार को अपना रूख बदलना पड़ा। मामले से लोगों का इमोशनल जुड़ाव होने लगा था।
इसलिए कहलाया शहीद
गौरतलब है कि भारतीय सेना के साथ मुठभेड़ के दौरान हिजबुल कमांडर बुरहान वानी ढेर हो गया। कश्मीर के पढ़े-लिखे नौजवानों को वह कश्मीर की आजादी के नाम पर आतंकी गतिविधियों से जोड़ने और समर्थन जुटाने का काम करता था। बुरहान के मारे जाने के बाद कश्मीर में विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में कई लोगों की जान जा चुकी है। वहीं दो सौ से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।