दिल तो सबके पास होता है लेकिन इनके जैसा दिल नसीबवालों को मिलता है
परीक्षित गंगराड़े. दिल या ह्नदय के रोगियों के लिए एक आशा की किरण दिखाई दी है, क्योंकि एक ऐसी मानव-नस्ल सामने आई है, जिनका दिल दुनियां में सबसे स्वस्थ है. उनकी तरह ही खानपान और दिनचर्या अपनाकर ह््रदयरोगी अपना दिल भी स्वस्थ रख सकते हैं. शोधकर्ताओं का कहना है कि बिल्कुल अलग खानपान और दिनचर्या के कारण यह बेहद अलग नस्ल है. इनकी ज़िंदगी के तौर तरीक़े, हज़ारों साल पहले की इंसानी सभ्यता से मिलते जुलते हैं. यहां पहुंचने के लिए शोधकर्ता वैज्ञानिकों और चिकित्सकों को लंबी यात्रा करनी पड़ी.
कैसी है इन लोगों की खुराक
इनकी ख़ुराक का 17 प्रतिशत हिस्सा शिकार पर निर्भर होता है. 7 प्रतिशत खुराक़ में ताज़े पानी की मछलियों जैसे पिरान्हा और कैटफिश़ होती हैं. बाक़ी ख़ुराक खेतों में पैदा होने वाले चावल, मक्का, केले आदि से आती है. इसके अलावा उनके ख़ुराक में फल और बादाम जैसे सूखे दाने होते हैं. चीमेने लोगों के खाने में 72 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट, 14 प्रतिशत प्रोटीन, 14 प्रतिशत फैट होता है। जबकि अमेरिकी 52 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट और 14 प्रतिशत फैट अपनी डाइट में लेते हैं।
ये है वे खुशकिस्मत दिलवाले
जी हाँ…. शोधकर्ताओं ने बोलीविया के जंगलों में रहने वाले चीमेने लोगों के दिल को दुनिया का सबसे सेहतमंद दिल का दर्जा दिया है. अमेजन के जंगलों में दुनिया का सबसे स्वस्थ दिल मिला है। वैज्ञानिकों के मुताबिक बोलीविया के चीमेने लोगों का दिल अब तक दुनियाभर के लोगों के दिल पर जितने भी रिसर्च हुए हैं उनमें सबसे स्वस्थ पाया गया है। कारण इनका खानपान और मेहनती दिनचर्या है।
अमेरिकी लोगों की तुलना में हार्ट डिजीज पांच गुना कम
40 साल से बड़े 700 लोगों को इस रिसर्च में शामिल किया गया था। 10 में से 9 में हार्ट से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या नहीं मिली। लान्सेट की रिपोर्ट के मुताबिक 80 साल के चीमेने बुजुर्ग की आर्टरी 50 साल के अमेरिकी जितनी स्वस्थ होती है। बोलीविया में मानिकी नदी के किनारे लगभग 16 हजार चीमेने लोग रहते हैं। इनमें अमेरिकी लोगों की तुलना में हार्ट डिजीज की संभावना पांच गुना कम होती है।
लांसेट में छपे एक अध्ययन के अनुसार, बूढ़े होने पर भी चीमेने लोगों के दिल की धमनियां बंद नहीं होतीं. बोलीविया में अमेज़न के बारिश वाले जंगलों में चीमेने लोगों की क़रीब 16,000 की आबादी है. ये मैनीक्वी नदी के किनारे शिकार, मछली और खेती पर निर्भर है. अमरीका में 34 प्रतिशत के मुकाबले यहां 14 प्रतिशत कैलोरी फैट (वसा) से आती है. हालांकि अमरीकी और चीमेने 14 प्रतिशत कैलोरी प्रोटीन से हासिल करते हैं.
75 साल से ज्यादा उम्र के 65 प्रतिशत चीमेने लोगों में दिल की बीमारी का जरा भी खतरा नहीं मिला। जबकि अमेरिका में सिर्फ 14 प्रतिशत को दिल की बीमारी का खतरा नहीं था। 45 साल की उम्र में किसी चीमेने में दिल की बीमारी नहीं मिली जबकि 25 प्रतिशत अमेरिकियों को हैं। 75 की उम्र में पहुंचने पर दो तिहाई चीमेने में कोई हार्ट प्रॉब्लम नहीं थी, जबकि 80 प्रतिशत अमेरिकियों को दिल की बीमारी है। 75 साल की उम्र तक पहुंचते पहुंचते दो तिहाई चीमेने लोगों में सीएसी बिल्कुल नहीं होता, जबकि इसी उम्र के 80 प्रतिशत अमरीकियों में ये पाया जाता है. कैलीफोर्निया यूनिवर्सिटी के एंथ्रोपोलॉजी के प्रोफ़ेसर माइकल गुर्वेन के अनुसार- “उपलब्ध आंकड़ों में किसी भी आबादी के मुक़ाबले यह बहुत कम लेवल है. एसेक्स यूनिवर्सिटी में क्लीनिकल साइकोलॉजी में रीडर डॉ गेविन सैंडरकॉक कहते हैं, “यह शानदार अध्ययन है. अभी तक यही समझा जाता था कि कार्बोहाइड्रेट्स सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं.“
“चरैवेति-चरैवेति” अर्थात चलते ही रहिये
यहां मर्द प्रति दिन 17,000 क़दम, जबकि महिलाएं 16,000 क़दम चलती हैं. 60 साल से ऊपर के लोगों का औसत चलना भी 15,000 क़दम होता है. इन्हें धूम्रपान की लत भी नहीं होती। शोधकर्ताओं में से एक कैलीफ़ोर्निया में लॉन्ग बीच मेमोरियल मेडिकल सेंटर से जुड़े डॉ ग्रीगोरी थॉमस कहते हैं, “इससे वो व्यायाम का अधिकतम स्तर हासिल कर लेते हैं. कैलीफोर्निया यूनिवर्सिटी के एंथ्रोपोलॉजी के प्रोफ़ेसर माइकल गुर्वेन के मुताबिक “हफ़्ते में एक बार व्यायाम से काम नहीं चलेगा, साइकिल से काम पर जाएं, सीढ़ियों का इस्तेमाल करें.“
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