दुनिया के हर हि़स्से में काम करेगीं यह भारतीय सबमरीन
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जी हॉ, भारत ने एक ऐसे ही सबमरीन का निर्माण किया हैं जो विश्व के सभी हिस्सों में काम कर सकती हैं। भारत में र्निमित यह पनडुब्बी अत्याधुनिक संचार तकनीक से लैस हैं। साथ ही इस पनडुब्बी में ट्यूब से भी एंटी शिप मिसाइलें दुश्मन पर दागी जा सकती हैं । इस सबमरीन का नाम शिवाजी महाराज के किले के नाम पर रखा गया हैं। इस किले का निर्माण 17वीं सदी में एक द्वीप पर किया गया था।
भारत की इस पनडुब्बी का नाम आईएनएस खंडेरी रखा गया हैं। यह पनडुब्बी भारत में र्निमित स्कॉर्पीन क्लास की दूसरी पनडुब्बी है । इससे पहले आईएनएस कलवरी को जून के महीने में भारतीय नेवी में शामिल किया गया था। इस सबमरीन को आज मुंबई में लान्च किया गया। इस का निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ( एमडीएल ) में किया गया हैं । खांदेरी सबमरीन को डिफेंस स्टेट मिनिस्टर सुभाष भामरे ने इंडियन नेवी को सौंपा।
यह हैं खंडेरी की खासियत
डीजल और बिजली से चलने वाली ये पनडुब्बी दुश्मन नेवी पर हमला करने में कारगर साबित होगी। यह पनडुब्बी दुश्मन की पकड़ से बचने के लिए आधुनिक स्टेल्थ फीचर से लैस है। इस पनडुब्बी से टॉरपीडो के अलावा ट्यूब से भी एंटी शिप मिसाइलें दागी जा सकती हैं।यह सबमरीन का उपयोग सभी मौसम समेत किसी भी हालात में किया जा सकता हैं । इसमें कम्यूनिकेशन से जुड़े अत्याधुनिक डिवाइस लगी हुई हैं। इस सबमरीन से अत्याधुनिक सबमरीन की तरह ही सभी (ऐंटी सरफेस और ऐंटी सबमरीन, खुफिया सूचनाएं जुटाना, माइन बिछाना, इलाके की निगरानी आदि ) को अंजाम दिया जा सकता है।
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