फेसबुक: हम सबकी फ्रेड लिस्ट में है ये 13 तरह के दोस्त
दोस्तों से कनेक्शन बनाए रखना हो या दूर बैठे फैमिनी मेंबर्स को अपनी हर पल की खबर देना हो। फेसबुक आज वो मीडियम बन गया है जिससे हम घर बैठे ही बाहरी दुनिया से जुड़े रहते हैं। फेसबुक पर हमारे तरह-तरह के दोस्त होते हैं। कुछ करीबी, कुछ बहुत करीबी, कुछ झूठमूठ के करीबी तो कुछ करीब दिखाने के लिए करीबी। मतलब फेसुबक की हमारी फ्रेंडलिस्ट पर हर टाइप के दोस्तों से घिरी है। हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे ही दोस्तों के बारे में जो आपकी फ्रेंड लिस्ट में भी होंगे। तो याद करिए उन सभी दोस्तों को जो इस लिस्ट में फिट बैठते हैं।
ताक में बैठे ये दोस्त-
आपको वो फ्रेंड जो हमेशा तैयार बैठा रहता है। आप ऑनलाइन हुए नहीं कि वो शुरू..और जैसे ही आपने कुछ भी अपडेट किया, उसी पल आपको लाइक का नोटिफिकेशन मिलता है।
भगवान से डरो-
आपका वो फ्रेंड जो राम-कृष्ण या जीसस वगैराह को अपनी प्रोफाइल पिक बनाता है और आए दिन इंस्पीरेशनल कोट़्स अपडेट करता है। ये ईश्वर के सभी पोस्ट इसलिए शेयर करता है क्योंकि इसे लगता है कि ऐसा न करना उनका अनादर होगा और ऐसा करने से कृपा बरसेगी।
हमेशा बिजी-
पहले वाले के बिल्कुल अपोजिट। इस फ्रेंड का होना न होना बराबर है। ये ख्ुाद में व्यस्त हैं और आपके स्टेटस से इसे कोई मतलब नहीं है। ।
चैक इन का ढिंढोरा-
वो दोस्त जो जहां भी होता है वहां कि पिक अपडेट करता है। कहीं पहुंचे नहीं कि फौरन अपना चैक इन स्टेटस डाल दिया।
सिर्फ पार्टी करना आता है-
रात के दो बजे पार्टी और हैंगओवर की पिक्स। एलबम में पार्टी , फोटो में पार्टी, टैगलाइन में पार्टी, उफ्फ । दिन को सोता हूं, पार्टी की रात में वाला फंडा तो ठीक है पर कुछ और भी करते हो या नहीं।
इन पर सबकुछ है बेअसर-
फेसबुक का आविष्कार इसलिए हुआ था ताकि हम बेहतर तरीके से कम्यूनिकेट कर सकें। पर तुम्हें तो टैग करो या पोक कोई असर ही नहीं पड़ता।
जाना था नासा, पहुंच गए फेसबुक-
इनका स्टेटस आप ने लाइक तो कर दिया , पर समझ में कितनी बार आया। दिमाग की बत्ती गुल। जी हां, हम उसी दोस्त की बात कर रहे हैं।
क्रांतिकारी दोस्त-
वो दोस्त जो हर गलत बात पर उंगली उठाता है और मुद्दा बनाकर मुहीम चलाता है। समाज, पर्यावरण , राजनीति सब पर नजर रखता है। तुम्हारे जैसे लोगों की सख्त जरूरत है , जो इस प्लेटफॉर्म का सही इस्तेमाल करते हैं।
वो दोस्त जो हमेशा हैशटैग में ही बात करता है-
पता नहीं कूल लगने के लिए या लोगों को कनविंस करने के लिए , पर कुछ दोस्त इस हैशटैग के बिना जी ही नहीं सकते। । इसके बिना तो जैसे उनकी फेसबुक लाइफ खराब है।
परमानेंट ट्रेवलर-
ये देश दुनिया के कई कोने घूमते हैं और आप तक तस्वीरें भी पहुंचाते हैं। इनका शुक्रिया अदा करें । इनकी आंखों से आप कई ऐसी जगह देख पाए जिन्हें सिर्फ सपनों मे देखा करते थे।
ये हैं आज के मुख्य समाचार-..
उत्तराखंड में बाड़ की खबर हो या नेपाल में भूकंप की ..। न्यूज चैनल से पहले आपका ये दोस्त आपको खबर देता है। ऐसा खबरीलाल सभी की लाइफ में होना चाहिए ना।
सेल्फी, सेल्फी और सिर्फ सेल्फी-
आपका वो दोस्त जिसे फेसबुक का सबसे बड़ा उपयोग सेल्फी चिपकाना आता है। नई ड्रेस सेल्फी, नए शूज सेल्फी, लांग ड्राइव तो सेल्फी, इंटिंग सैंडविंच तो सेल्फी। बस भी करो यार।
टैग की बीमारी है इन्हें-
एक दो स्टेटस में तो समझ आता है, पर ये जनाब हर पोस्ट के साथ टैग करते हैं। फीलिंग नर्वस विद आदित्य, प्रिया, विक्रम। मार्क जुकरबर्ग। प्लीज ऐसे लोगों के लिए टैग का ऑप्शन खत्म कीजिए।
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