फ्री स्टाइल कुश्ती में हुई योगेश्वर दत्त की हार
भारत से ओलंपिक में कास्य जीतने वाले पहलवान योगेश्वर दत्त रियो ओलंपिक के आखिरी दिन रविवार को पहले दौर में हारकर बाहर हो गए। योगेश्वर को क्वालिफिकेशन राउंड में एशियाई चैंपियन पहलवान मंदाखनारान गैंजोरिग से 3-0 से हार का सामना करना पड़ा।
ऐसे हारे योगेश्वर
पहले पीरियड में योगेश्वर को चेतावनी मिली, जिससे गैंजोरिग को एक अंक का फायदा हुआ। दूसरे पीरियड में योगेश्वर ने अच्छा दांव खेला लेकिन उन्हें इसका ज्यादा फायदा नहीं हुआ। गैंजोरिग ने उनके दांव को पलटकर दो अंक हासिल कर लिए। इसके बाद योगेश्वर ने काफी कोशिश की लेकिन वे कोई अंक हासिल नहीं कर पाएं और इस तरह रियो में भारतीय कुश्ती दल का अभियान साक्षी मलिक के कास्य पदक पर ही सिमट कर रह गया।
लेकिन अभी एक मौका और है
योगेश्वर के पास अभी एक और मौका है। ये मौका है रेपचेज का। अब आप सोच रहे होंगे कि ये रेपचेज क्या है? तो आपको बता दें कि रेपचेक फैं्रच भाषा से लिया गया है शब्द है जिसका अर्थ होता है ’बचाव’। कुश्ती में यह उस खिलाड़ी के लिए बचाव का एक और मौका होता है जो शुरूआती मुकाबले में हार जाता है। हम कह सकते है कि कुश्ती में रेपचेज वो नियम होता है जिसके तहत कोई खिलाड़ी शुरूआती दौर में हार जाता है तो उससे जीतने वाला खिलाड़ी फाइनल तक पहुंचता है तो हारने वाले को अपनी ताकत आजमाइश़ का दूसरा मौका मिलता है। बता दें कि रेपचेज की वजह से ही भारत अब तक ओलंपिक में खेलों में तीन बार पदक जीत चुका है। सन् 2008 में सुशील कुमार, 2012 में खुद योगेश्वर और इसी साल रियो में साक्षी मलिक इसी की वजह से मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की हैं।