खुशखबरीः 2016 में शुरू हो जाएगी ब्रिक्स नेटवर्क यूनिवर्सिटी
नई दिल्ली। इसी साल से ब्रिक्स देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका की नेटवर्क यूनिवर्सिटी शुरू हो जाएगी। इस यूनिवर्सिटी में 2 या इससे ज्यादा देश मिलकर शॉर्ट टर्म प्रोग्राम, मास्टर्स प्रोग्राम या पीएचडी ऑफर करेंगे। खास बात तो ये होगी कि प्रोग्राम पूरा करने के लिए अलग-अलग देशों में जाकर पढ़ने का मौका मिलेगा। एचआरडी मिनिस्ट्री के एक अधिकारी के मुताबिक ये ब्रिक्स नेटवर्क यूनिवर्सिटी की तरह काम करेगा।
12 इंस्टिट्यूट होगे भारत में
इस नेटवर्क यूनिवर्सिटी का हिस्सा सभी ब्रिक्स देशों से 12-12 यूनिवर्सिटी को बनाया गया है। भारत ने कंप्यूटर साइंस ऐंड इन्फमेंशन सिक्यॉरिटी के लिए आईआईटी खड़गपुर, एनआईटी वारंगल, एनर्जी के लिए आईआईटी बॉम्बे, बीएचयू वाराणसी, ब्रिक्स स्टडीज के लिए टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस मुंबई, जामिया मिलिया इस्लामिया नई दिल्ली, इकनॉमिक्स के लिए डीयू, आईजीआईडीआर मुंबई, इकोलॉजी ऐंड क्लाइमेंट चेंज के लिए वीएनआईटी नागपुर, टेरी यूनिवर्सिटी दिल्ली और वॉटर रिसोर्स ऐंड पल्यूशन के लिए आईआईटी कानपुर, एनआईटी दुर्गापुर को चुना है।
स्टूडेंस के लिए बेहतर मौका
मिनिस्ट्री के अधिकारी के मुताबिक ये स्टूडेंस के लिए तो एक बेहतर मौका है ही साथ ही ब्रिक्स देशों के बीच संबंध और गहरे होंगे। नेटवर्क यूनिवर्सिटी जो प्रोग्राम ऑफर करेगी वह इंटरनैशनल थीमेटिक ग्रुप डिसाइड करेगा। हाल ही में इसकी मीटिंग भी हो चुकी है। एचआरडी मिनिस्ट्री के अधिकारी के मुताबिक इस नेटवर्क यूनिवर्सिटी का आइडिया रूस की तरफ से आया था कि ब्रिक्स देशों को आपसी संबंध मजबूत करने और एक दूसरे के कल्चर के बारे में ज्यादा जानने के लिए शिक्षा के मैदान में ज्यादा सहयोग के तरीके तलाशने चाहिए। जिसके बाद ब्रिक्स देशों में इसके बीच सहमति बनी।