जादू की झप्पी देकर कमा सकते है पैसे
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आपने फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ तो देखी ही होगी। इस फिल्म में मुन्ना सबको जादू की झप्पी देकर ठीक करता है। दरअसल जादू की झप्पी देना भी एक थैरेपी है जिससे गम में फंसे इंसान को थोड़ी राहत मिलती है। मात्र जादू की झप्पी देने से एक व्यक्ति के तनाव कई हद तक कम हो जाता है। दुनिया में अब आप जादू की झप्पी देकर पैसे कमा सकते है या पैसे देकर जादू की झप्पी ले सकते है।
पैसे खर्च कर रहे लोग
गले लगना सबको पसंद होता है। हर इंसान जब टेंशन में होता है तो उसे एक साथी की जरूरत होती है जिसके साथ वो बैठकर अपने दर्द बांट सके। ऐसे में यदि उसे कोई गले लगाने वाला इंसान मिल जाए तो उसकी टेंशन आधी से ज़्यादा खत्म हो जाती है। लोग अब इसी चीज़ के लिए पैसे भी खर्च कर रहे है।
प्रोफेशन बन चुका है कडलिंग
जादू की झप्पी यानी गले लगाना अब एक बिजनेस बन चुका है। अमेरिका जैसे देशों गले लगाना यानी कडलिंग एक प्रोफेशन बन चुका है। अमेरिका में कई कंपनियां है जो जादू की झप्पी देने का काम करती है। इसके लिए यहां पर तकरीबन 80 डॉलर यानी 5500 रूपए चार्ज किया जाता है। साइकॉलजिस्ट भी अपने पैशेंट्स को इसकी सलाह देते हैं।
नॉन सेक्शुअल प्रक्रिया
कडलिंग कंपनियों और सायकॉलजिस्ट के अनुसार वे पहले यह सुनिश्चित करते हैं कि गले लगाने की प्रक्रिया पूरी तरह नॉन-सेक्शुअल होना चाहिए। सायकॉलजिस्ट का मानना है कि गले लगने से लोगों को मानसिक मजबूती और राहत मिलती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आज के वक़्त में लोगों को नॉन-सेक्शुअल टक कम ही मिलता है।
थैरेपिस्ट कर रहे अच्छी कमाई
कडलिंग सर्विस देने वाली कंपनी कडल थैरेपी की सीईओ का कहना है कि,‘अकेले बैठकर रोना और किसी बांहों में रोना, दोनों अलग बात हैं।’ जानकारी के मुताबिक कडलिंग बिजनेस धीरे-धीरे बढ़ रहा है और थेरेपिस्ट इससे अच्छी कमाई भी कर रहे हैं। भविष्य में इसके फलने-फूलने के आसार है।
वैसे थेरेपिस्ट का मानना है कि इसे अपनी प्रैक्टिस में शामिल करने से वे बेहतर तरीके से अपने मरीज से जुड़ पाते है। जादू की झप्पी का असर तो आप फिल्म में देख ही चुके है इसे रीयल लाइफ में भी अपना सकते है। किसी दुखी या गम में ढूबे व्यक्ति को जादू की झप्पी देकर उसके टेंशन को छूमंतर कर सकते है या चाहे तो इससे बिजनेस भी करें।
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