जानिए गूगल ने क्यों बनाया ये ख़ास डूडल
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सर्च इंजन अक्सर ख़ास मौकों पर डूडल के ज़रिए अपनी भावनाएं व्यक्त करता है। मंगलवार यानी कि आज भी गूगल ने कुछ ऐसा ही किया है। गूगल ने आज समाज सुधारक और भारत की पहली महिला शिक्षिका सावित्राबाई फुले को बेहद अनोखे अंदाज में श्रद्धांजली दी है। गूगल ने डूडल के माध्यम से सावित्रीबाई फुले के चरित्र को दर्शाया है।
बता दें कि आज सावित्रीबाई की 186 वी जयंती है। सावित्री का जन्म 3 जनवरी 1831 में महाराष्ट्र में हुआ था। सावित्रीबाई फुले और उनके पति ज्योतिराव फुले ने ही भारत में महिला शिक्षा की नींव रखी थी। दोनों ने पहली बार वर्ष 1848 में पुणे में देश का पहला आधुनिक महिला स्कूल खोला था।
नौ साल की उम्र में हुई थी सावित्रीबाई की शादी
सावित्रीबाई का जन्म एक धनी किसान परिवार में हुआ था। महज नौ साल की उम्र में उनका विवाह 12 वर्षीय ज्योतिराव फुले से हुआ। सावित्रीबाई और ज्योतिराव की कोई संतान नहीं थी। उन्होंने यशवंतराव को गोद लिया था। सावित्रीबाई को पढ़ना लिखना उनके पति ज्योतिराव ने सिखाया था।
महिलाओं के अधिकार के लिए फुले ने उठाई थी आवाज़
सावित्रीबाई ने उस वक्त महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज़ उठाई थी जब महिलाएं उत्पीड़न का शिकार थीं और उनकी शिकायतों को बमुश्किल ही महत्व ही दिया जाता था। इसके साथ ही उन्होंने जातिवाद, छुआछूत और लैंगिक भेदभाव के ख़िलाफ़ भी लड़ाई लड़ी थी। इस काम में उनके पति ने भी उनका साथ दिया था।
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